ग्वालियर। शनिवार को 35 मिनट में छह बच्चों को जन्म देने वाली बड़ौदा कस्बे की निवासी मूर्ति माली की आंखों से आंसू उस समय झलक पड़े, जब रविवार को उसके कानों को आखिरी बच्चा भी खो देने की मनहूस खबर सुनाई दी। यहां चिकित्सकों द्वारा किए गए सारे प्रयास भी विफल साबित हो गए। हालांकि जिला चिकित्सालय की टीम ने आखिरी नवजात शिशु को बचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन डॉक्टर भी कुदरत के इस कहर के आगे कुछ न कर सके।
बड़ौदा निवासी विनोद माली की 23 वर्षीय पत्नी मूर्ति ने शनिवार को जिला चिकित्सालय में एक साथ 35 मिनट के सामान्य प्रसव के दौरान 6 नवजात शिशुओं को जन्म दिया था, जिसमें दो बालिका व चार बालक थे। समय से पूर्व प्रसव होने व सभी बच्चे कम वजन के होने के चलते पांच बच्चों की मौत शनिवार को देर शाम को ही गई, लेकिन बचे हुए आखिरी बच्चे का उपचार जिला अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) में चल रहा था। डॉक्टरों द्वारा हर संभव प्रयास बच्चे को जीवनदान देने के लिए किए गए, लेकिन रविवार को दोपहर करीब 12 बजे उस आखिरी नवजात शिशु ने भी दम तोड़ दिया।