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जिन रास्तों के बारे में सेना को भी नहीं थी जानकारी, अब वहां से घुसपैठ की कोशिश में हैं आतंकी

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद घाटी में धीरे-धीरे माहौल शांत हो रहा है और आम जन जीवन पटरी पर लौट रहा है। हालांकि पड़ोसी देश पाकिस्तान घाटी में जहर घोलने की फिराक में लगातार लगा हुआ है। जम्मू-कश्मीर राज्य से उसका अतिविशिष्ट राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद यहां आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगी हुई है लेकिन अब यह जानकारी सामने आ रही है कि माहौल बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान के आतंकी लगातार घुसपैठ की फिराक में लगे हुए हैं।

सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना 60 से ज्यादा आतंकियों को कश्मीर में भेजने की हर मुमकिन कोशिश कर रहीहै। कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए पाकिस्तानी आतंकी अब वह रास्ता चुन रहे हैं, जिसकी खबर सेना को भी नहीं थी। बताया जा रहा है कि आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए उन ऊंची-ऊंची पहाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जहां सेना के जवान मौजूद नहीं रहते हैं।

जानकारी के मुताबिक उत्तरी कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों तथा जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी इलाकों से घुसपैठ में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इस बार में सेना की ओर से किसी भी प्रकार की जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। वहीं जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया था कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के कई नाकाम प्रयास हुए हैं। उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया है कि हो सकता है कि कुछ आतंकी घुसपैठ करने में सफल भी हुए होंगे। हालांकि आतंकियों को पकड़ने के लिए घाटी में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।