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आशीष नेहरा बोले- टीम इंडिया को पहला टेस्ट जीतना हो तो इस खिलाड़ी को दें मौका

पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का मानना है कि टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में जसप्रीत बुमराह का टेस्ट डेब्यू कराना चाहिए, जिससे टीम को काफी फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अपने अनोखे एक्शन और यॉर्कर्स डालने की वजह से बुमराह केपटाउन की पिच पर घातक साबित हो सकते हैं।

नेहरा ने गुरुवार को कहा, ‘जसप्रीत बुमराह पहले टेस्ट के लिए अच्छी चॉइस बन सकते हैं। मुझे नहीं पता कि टीम प्रबंधन के दिमाग में क्या चल रहा है, लेकिन वह इस तरह के गेंदबाज हैं जो न्यूलैंड्स की पिच पर कारगर साबित हो सकते हैं।’

पूर्व तेज गेंदबाज ने फिर यह भी समझाया कि आखिर क्यों बुमराह को मौका देना टीम इंडिया के लिए फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘हमने बुमराह को सफेद गेंद डालते देखा है, लेकिन एक साल पीछे जाइए और नजर डालिए कि उन्होंने रणजी ट्रॉफी में गुजरात के लिए कितने ओवर किए हैं।’

नेहरा के मुताबिक बुमराह इसलिए है वैरी स्पेशल

2001 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर टीम इंडिया के सदस्य रहे नेहरा ने कहा, ‘बुमराह अन्य पांच गेंदबाजों की तुलना में सबसे बेहतर यॉर्क गेंदे डालते हैं। वो धीमी गेंदें भी अच्छे से उपयोग में लाते हैं। उनका एक्शन भी अलग है, जिससे बल्लेबाज को उनका सामना करने में काफी दिक्कत होती है। यह सभी पहलू बुमराह के पक्ष में जाते हैं।’

नेहरा के मुताबिक केपटाउन में इस समय का मौसम भी काफी मायने रखता है। उन्होंने कहा, ‘केपटाउन में जनवरी में थोड़ी गर्मी होती है और ऐसे में तेज गेंदबाजों को मदद मिलना मुश्किल होता है। अगर वहां गर्मी हो और पिच सपाट हो तो भुवनेश्वर कुमार को मनचाही स्विंग मिलना मुश्किल है।’

38 वर्षीय नेहरा ने कहा, ‘अगर कोई बुमराह के रिकॉर्ड को देखे, उनके पास लंबे स्पेल डालने की क्षमता है। उन्होंने गुजरात के लिए ऐसा किया है। इसलिए मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि उन्हें मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए।’

नेहरा के मुताबिक टीम इंडिया के ये दो हैं सबसे प्रमुख गेंदबाज

बुमराह ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में एसजी की गेंद से गेंदबाजी की है और दक्षिण अफ्रीका में अगर मौका मिलता है तो बुमराह पहली बार कूकाबूरा गेंद से गेंदबाजी करते दिखेंगे। नेहरा का मानना है कि बुमराह को इससे कोई परेशानी नहीं होगी।

पूर्व बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज ने कहा, ‘बुमराह ने पिछले दो सालों में सफेद कूकाबूरा गेंद से काफी गेंदबाजी की है। अगर हम सीम की बात करें तो लाल और सफेद गेंद की एक जैसी सीम है। जब सीम नहीं बचती तो वो ही गेंदबाज सफल होता है जो पिच पर गेंद जोर से पटके।’

नेहरा के मुताबिक टीम इंडिया अगर तीन तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ मैदान संभालती है तो उनकी शीर्ष दो चॉइस मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा होंगे। इस बारे में नेहरा ने कहा, ‘शमी आपके स्ट्राइक गेंदबाज हैं, लेकिन वो एक स्पेल में 6 ओवर तक कर सकते हैं। वह आपके प्रमुख हथियार हैं और आपको उनका अच्छे से इस्तेमाल करना होगा। अब लोग इशांत शर्मा के स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाएंगे, लेकिन इसे महसूस करने की जरुरत है कि उन्होंने क्या फायदे दिलाए हैं।’

बकौल नेहरा, ‘इशांत शर्मा ऐसे गेंदबाज हैं, जो एक छोर से बल्लेबाज को खूब परेशान कर सकते हैं। यह ऐसा गुण है जो कई गेंदबाजों में नहीं है। ऐसे कई मौके रहे, जब इशांत ने एक छोर से दबाव बनाया और दूसरे छोर से गेंदबाज ने विकेट हासिल किए।’