प्रयागराज कुंभ मेले के दूसरे शाही स्नान के दिन सोमवार को पूरा शहर श्रद्धालुओं की भीड़ से पटा रहा। आम दिनों में शहर की जिन सड़कों पर वाहन रफ्तार में चलते दिखते थे, वहां पुलिस के तमाम वाहन भी जाम की चपेट में फंसे दिखे। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की ये भीड़ मंगलवार सुबह तक शहर के अलग अलग बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर खड़ी दिखी।
कुंभ मेले के दूसरे शाही स्नान के दिन प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में 5 करोड़ लोगों के संगम में डुबकी लगाने का दावा किया। इस संख्या में सैकड़ों वीवीआईपी भी शामिल रहे। दिन भर चले स्नान के बाद देर रात श्रद्धालुओं का रेला वापस जाना शुरू हुआ तो स्थिति मुश्किल हो गई। शहर के बाहर शास्त्री ब्रिज से लेकर शहर के बैंक रोड, बैरहना, झूंसी, सलोरी, नैनी, सिविल लाइन्स, रामबाग समेत कई इलाकों में लोगों का हुजूम सड़कों पर सोता दिखा
दूसरी ओर परिवहन विभाग के अधिकारी श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए अलग अलग रूट पर बसों की व्यवस्था करते नज़र आए। विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक, परिवहन विभाग की ओर से सोमवार को प्रदेश के अलग-अलग जिलों की 6 हजार से अधिक बसें प्रयागराज जिले में लगाई गईं। इसके अलावा शहर के बाहरी हिस्सों में बने बस अड्डों के लिए पिकअप पॉइंट से लोगों को ले जाने के लिए 500 शटल बसों से 15 हजार से अधिक राउंड लगाए।
इलाहाबाद जंक्शन पर डीएम सुहास एल वाई खुद हाथ में माइक लेकर लोगों से व्यवस्था में सहयोग की अपील करते नज़र आए, वहीं अन्य स्टेशनों पर भी एडीएम और अन्य मैजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस, एसएसबी और यूपी पुलिस के अधिकारियों के साथ लोगों को नियंत्रित करने में जुटे रहे। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी गौरव कृष्ण बंसल के मुताबिक रेलवे ने सोमवार को 100 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया।
इसके अलावा रूटीन ट्रेनों में भी श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। बंसल ने बताया कि भीड़ को देखते हुए रेलवे के तमाम अधिकारी भी लगातार स्टेशनों पर मॉनिटरिंग करते रहे, इसके साथ ही रेलवे पुलिस के जवान भी भीड़ प्रबंधन में स्थानीय पुलिस के साथ मुस्तैद रहे।