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भारत में तेजी से बढ़ रहा प्लॉगिंग का ट्रेंड, क्या आप भी हैं इस अभियान में शामिल?

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए क्या कुछ नहीं कर रहे हैं। हाल ही में पीएम मोदी ने 2 अक्टूबर के दिन एक नई पहल यानी प्लॉगिंग का जिक्र किया था और लोगों से अपील की थी कि जॉगिंग के दौरान कचरा उठाते चलना, (इसे ही प्लॉगिंग कहा जाता है)जिसके बाद फिट इंडिया प्लॉगिंग रन के तहत अपील की जा रही है कि सारे लोग 2 किलोमीटर दौड़ते हुए उस दायरे में आने वाले कचरे को भी इकट्ठा करें।

इस अपील के बाद यह शब्द पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय हो रहा है और लोग स्वीडिश भाषा के इस शब्द का जमकर पालन कर रहे हैं। दरअसल स्वीडन में लोग अपनी सेहत बनाने के साथ पर्यावरण की सेहत के लिए जागरुक हो चुके हैं और यही वजह है कि वह जॉगिंग के बजाए प्लॉगिंग पर जोर दे रहे हैं। स्वीडिश भाषा में प्लोका मतलक होता है, किसी चीज को उठाना और जॉगिंग यानी दौड़ना। इन्हीं दोनों शब्दों को मिलना से ही प्लॉगिंग बना है।

आपको बता दे कि पर्यावरण प्रेम के लिए पूरी दुनिया में मशहूर स्वीडन के बारे में एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि यहां की सड़कों पर मिलने वाले कचरे में लगभग 80 प्रतिशतक कचरा बिगरेट बट से होता है। जिसके बाद यहां के पर्यावरण मे सुधार के लिए ही प्लॉगिंग अभियान की शुरुआत हुई थी। वहीं अब भारत में भी यह एक बड़े अभियान में बदलता दिखाई दे रहा है।