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इस स्कूल के बच्चे बापू की याद में टोपी लगाकर जाते हैं स्कूल

मध्य प्रदेशः महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानने वाले नेताओं के सिर पर भले ही टोपी न दिखाई देती हो लेकिन मध्य प्रदेश के एक जिले में ऐसा स्कूल स्थित है, जहां पर स्कूली बच्चे आज भी बापू की याद में टोपी लगाकर स्कूल जाते हैं। यही नही प्रतिदिन वह प्रार्थना के रूप में रघुपति राघव राजाराम भी गाते हैं।

बता दें कि प्रदेश के नरसिंहपुर जिले से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है सिंहपुर बड़ा गांव। इस गांव के शासकीय माध्यमिक बालक शाला का नजारा अन्य स्कूलों से जुदा होता है, क्योंकि यहां के हर बच्चे के सिर पर गांधी टोपी जो नजर आती है। यहां पढ़ने वाले पहली से आठवीं तक के हर बच्चे के सिर पर गांधी टोपी होती है और जब तक वे विद्यालय में रहते हैं, तब तक यह टोपी उनके सिर पर होती है।

विद्यालय के शिक्षक संदीप शर्मा ने बताया कि किसी तरह का दस्तावेजीय प्रमाण तो नहीं है, मगर दीवार पर अंकित एक तारीख बताती है कि 3 अक्टूबर, 1945 को महात्मा गांधी इस गांव में आए थे। दीवार पर संदेश भी लिखा है उसी तारीख का। इसमें कहा गया है, “सत्य और अहिंसा के संपूर्ण पालन की भरसक कोशिश करूंगा, बापू का आशीर्वाद।“

स्थानीय लोग बताते हैं कि असहयोग आंदोलन के दौरान गांधी देश में अलख जगाने निकले थे, उसी दौरान उनका यहां आना हुआ था। उसके बाद से ही गांव के लोगों ने गांधी की याद में टोपी लगाना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने बच्चों को भी यह टोपी लगाने के लिए प्रेरित किया। उसके बाद से ही इस विद्यालय के हर बच्चे गांधी टोपी लगाने लगे।

शर्मा कहते हैं कि गांधी टोपी स्कूल के बच्चों ने कब से लगाना शुरू किया, इसका कोई लिखित में ब्यौरा नहीं है। जो लोग गांवों में हैं, वे सभी यही बताते हैं कि जब स्कूल में पढ़ते थे, तब भी गांधी टोपी पहनकर स्कूल जाते थे। मैंने स्वयं इसी स्कूल से पढ़ाई की है और तब भी गांधी टोपी लगाकर आता था। इस तरह गांधी टोपी लगाने का सिलसिला अरसे से चला आ रहा है।