नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मुद्दे पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले तीन दिनों में देश की राजधानी के कई इलाकों में हिंसा हुई है, जिसमें अभी तक 20 लोगों की जान चली गई है। वहीं, 200 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। जबकि 12 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई। बुधवार सुबह भी दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके में हिंसक प्रदर्शन हुआ, यहां पर कुछ उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जाफराबाद से लेकर मौजपुर और इसके आसपास के अन्य इलाकों में बेहद कड़ी सुरक्षा और कर्फ्यू अभी भी लगा हुआ है। दिल्ली पुलिस हर गली मोहल्ले में जाकर गश्त कर रही है। इसके अलावा पूर्वी दिल्ली में हिंसा मामले पर बीती देर रात 12.30 बजे दिल्ली हाईकोर्ट के जज एस मुरलीधर और अनूप भमभानी के घर सुनवाई हुई, जिसमें हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया कि वह मुस्तफ़ाबाद के एक नर्सिंग होम में भर्ती घायलों को पर्याप्त इलाज के लिए बड़े सरकारी जीटीबी अस्पताल पहुंचाने के लिए सुरक्षित रास्ता मुहैया कराए।
कोर्ट ने पुलिस को स्टेट्स रिपोर्ट दोपहर सवा दो बजे कोर्ट में दाखिल करने का आदेश दिया है। साथ ही उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूल नहीं खुलेंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली में ‘नागरिकता संशोधन कानून’, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में हुई पत्थरबाजी में घायल दिल्ली पुलिस के डीसीपी अमित शर्मा से बात की है।
हिंसा को खत्म करने के लिए आये अजीत डोभाल
राजधानी दिल्ली में बीते तीन दिनों से चल रही हिंसा को खत्म करने के लिए अब खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आगे आ गए हैं। इसी क्रम में मंगलवार की रात वह इस मामले की रिपोर्ट लेने के लिए खुद सीलमपुर पहुंचे। जहां उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
जानकारी के अनुसार राजधानी में जिस तरह से बीते तीन दिनों में हिंसा हुई है, उसे लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित है। खासतौर से यह हिंसा ऐसे समय पर हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दिल्ली में मौजूद थे।
डोभाल ने हिंसा की रिपोर्ट ली
पुलिस के अनुसार, अजित डोभाल मंगलवार को देर रात सीलमपुर स्थित डीसीपी कार्यालय पहुंचे। जहां बैठक में उनके साथ पुलिस कमिश्नर, संयुक्त सीपी, डीसीपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी वरिष्ठ अधिकारियों से उन्होंने हालात की जानकारी ली। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि किस प्रकार से यह हिंसा हुई है। इसमें कितने लोग घायल हैं व पुलिस ने हिंसा रोकने के लिए क्या कदम उठाए रही हैं ? बैठक के बाद अजित डोभाल के साथ कॉमिशनर अमूल्य पटनायक, और स्पेशल सीपी ने जाफराबाद, मौजपुर भजनपुरा और चांद बाग का दौरा कर इलाकों का जायजा भी लिया।