मोहाली: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में रविवार को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने पर कहा कि उन्होंने अन्य खिलाड़ियों को मैच खत्म करने का मौका देने के लिए ऐसा किया। न्यूजीलैंड के 286 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने विराट कोहली (नाबाद 154), धोनी (80) और मनीष पांडे (नाबाद 28) रन की पारियों की बदौलत 10 गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 289 रन बनाकर जीत दर्ज की।
धोनी ने मैच के बाद कहा कि मैं लंबे समय से निचले क्रम में बल्लेबाजी कर रहा था, मुझे लगता है कि लगभग 200 पारियों से। कुछ हद तक मेरी स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता कम हो रही थी इसलिए मैंने बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आने और अन्य खिलाड़ियों को मैच खत्म करने का मौका देने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे पता था कि मुझे बड़े शॉट भी खेलने होंगे। विराट के साथ बल्लेबाजी करने से मदद मिली क्योंकि हमें पता है कि हम बाउंड्री जड़ सकते हैं और तेजी से एक और दो रन भी ले सकते हैं। वह शुरू से ही ऐसा खिलाड़ी रहा है जो हमेशा भारत के लिए मैच जीतना चाहता है। धोनी और कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 151 रन जोड़कर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई।
धोनी ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में रविवार को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने पर कहा कि..
न्यूजीलैंड का स्कोर दो विकेट पर 152 रन से आठ विकेट पर 199 रन होने के संदर्भ में विलियमसन ने कहा कि बेशक बीच के ओवरों में इतने सारे विकेट गंवाना हताशा भरा है। उस समय हमारी नजरें संभवत: और अधिक स्कोर पर थी। लेकिन निचले क्रम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। जेम्स नीशाम और मैट हेनरी असाधारण थे। उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे लगता है कि अगर आप उस आदमी को आउट नहीं करते तो आप हमेशा अधिक रन चाहते हो। जब स्कोर तीन विकेट पर 160 रन था तो हम अच्छी स्थिति में थे। लेकिन विकेट गंवाने के बाद 280 रन बनाकर हम खुश थे। शायद हम अधिक रन चाहते थे। आपको उन्हें आउट करना होगा, कोहली और धोनी ने 150 रन जोड़े और मैच छीनकर ले गए। लड़कों ने गेंद से कडा प्रयास किया। रोस टेलर के छह रन के निजी स्कोर पर कोहली का कैच छोड़ने पर उन्होंने कहा कि यह खेल का हिस्सा है, दुर्भाग्यपूर्ण, आप सभी को कैच करना चाहते हो, हमेशा ऐसा नहीं होता।