इसके पहले आईजी एटीएस असीम अरुण के नेतृत्व में कमांडो टीम और राजधानी पुलिस के अधिकारी मंगलवार करीब साढ़े तीन बजे हाजी कॉलोनी पहुंचे। मकान की चारों तरफ से घेराबंदी करके अधिकारियों ने वहां रह रहे एक परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला। इस बीच आतंकी ने खुद को कमरे में बंद कर फायरिंग की। उन पर काबू पाने के लिए एटीएस के कमांडो ने आंसू गैस के गोले छोड़े और जवाबी फायरिंग भी की।
एटीएस को हाजी कॉलोनी में आतंकी के छिपे होने की खबर कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र से पकड़े गए फैजल नाम के आतंकवादी ने दी थी। यह भी पता चला था कि हाजी कॉलोनी में छिपे आतंकवादी के पास एसएलआर और एके-47 जैसे अत्याधुनिक असलहे और गोला-बारूद है।
इस इनपुट के बाद एटीएस के आईजी अपनी टीम लेकर हाजी कॉलोनी मस्जिद के बगल में स्थित मकान पहुंच गए।
एक टीम मस्जिद के बगल से होते हुए पड़ोस के मकान के गेट पर पहुंची और पोजीशन ले ली जबकि दूसरी ने इसी मकान के पिछले हिस्से की घेराबंदी कर ली। लगभग दस मिनट टोह लेने के बाद एटीएस की टीम ने मकान में दाखिल होने की कोशिश की। धांय…धांय…।
दो राउंड गोलियां चलकर खामोश हो जाती हैं। गोलियों की आवाज गूंजी तो इलाके में दहशत फैल गई। आस-पड़ोस के लोगों ने मकान के खिड़की-दरवाजे बंद कर लिए और भीतर दुबक गए।
छतों और बालकनी में बैठे लोग कमरों में चले गए। मस्जिद खाली हो गई। गलियों के नुक्कड़ में खड़े लड़के शोर मचाते हुए भागने लगे। आईजी जोन ए. सतीश गणेश और एसएसपी मंजिल सैनी के अलावा एनआईए और आईबी की टीम भी मौके पर पहुंच चुके थे।
मकान के भीतर से रुक-रुककर गोलियों की आवाजें आ रही थीं। क्या हो रहा था किसी को कुछ नहीं पता था। गोलियां चलतीं तो लोग दीवार की तरफ भागते। कोई पेड़ के पीछे छिप जाता तो कोई झाड़ियों के पीछे लेट जाता। गोलियों की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया।
जान बचाने को छत की ओर भागी बच्ची
ठाकुरगंज, काकोरी, माल, मलिहाबाद सहित कई थानों की पुलिस फोर्स बुलवा ली गई। चूंकि मकान में एक अन्य परिवार भी रहने की सूचना मिली थी, इसलिए एटीएस के आईजी ने कमांडो टीम को फायरिंग न करने के आदेश दे रखे थे।
गोलियों की आवाज से मकान में रहने वाले अन्य लोग दहशत में आ गए। केयरटेकर और एक युवक तथा करीब 14 साल की एक बच्ची जान बचाने के लिए छत की तरफ भागे और दरवाजा बंद कर लिया। इस बीच आधे घंटे की मशक्कत के बाद एटीएस के कमांडो किसी तरह मकान के भीतर दाखिल हुए।
कमांडो टीम और पुलिस खुद को कमरे में बंद किए आतंकी को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। प्रयास यह भी था कि आतंकी को जिंदा पकड़ लिया जाए। इस बीच लाइव एनकाउंटर की खबर मिलते ही मकान के आसपास इलाकाई लोगों की भीड़ जुट गई।
देखते ही देखते आठ से दस हजार लोग चारों तरफ एकत्र हो गए। लोग अपने मोबाइल से लाइव एनकाउंटर की वीडियो बनाने और फोटो खींचने लगे। अपने परिचितों को फोन कर लाइव अपडेट्स देते रहे।
सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर सतर्कता बढ़ा दी गई। वहीं बिना जांच के किसी भी यात्री को जाने नहीं दिया गया।
एयरपोर्ट पर पैनी निगाहें
एयरपोर्ट पर यात्रियों पर नजर रखी जा रही है। एयरपोर्ट निदेशक पीके श्रीवास्तव के निर्देशन में सीआईएसएफ के जवानों ने मुख्य प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग कर वाहनों की पड़ताल की। डॉगस्क्वॉयड और बम निरोधक दस्ते सक्रिय हो गए।
सीआईएसएफ के कमांडेंट ने एयरपोर्ट के प्रशासनिक भवन, पैसेंजर हाल और रनवे का निरीक्षण किया।
वहीं पूर्वोत्तर रेलवे केस्टेशन पर आरपीएफ इंस्पेक्टर राहुल श्रीवास्तव और जीआरपी चौकी प्रभारी अमर सिंह ने तलाशी अभियान चलाया। शाम चार बजे के बाद स्टेशन से गुजरने वाली हर ट्रेनों की पड़ताल की गई। वहीं चारबाग बस स्टेशन पर भी पुलिस ने यात्रियों की पड़ताल की गई।
सीमाओं पर नाकेबंदी, सड़क पर देर रात तक गश्त
जिले की सभी बाहरी सीमाओं पर नाकेबंदी कर दी गई। सभी प्रमुख मार्गों पर पुलिस देर रात तक गश्त करती रही। फैजाबाद रोड पर इंदिरानहर केपास बैरियर लगाकर तलाशी ली गई। सीतापुर रोड पर इटौंजा सीमा, हरदोई, रायबरेली, निगोहां, सुल्तानपुर रोड पर पर जांच की गई।
होटलों व लॉज में भी चला अभियान
पुलिस ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के आसपास के सभी होटलों और लॉजों की भी तलाशी अभियान चलाया गया। जिस्टर में दर्ज नामों से परिचय पत्र का मिलान कराया गया।