हमारा शरीर पंचतत्वों से मिलकर बना है। पंचतत्वों से बना यह शरीर नश्वर है। लेकिन इस शरीर में मौजूद कई ऐसे चिह्न होते हैं जो व्यक्ति के व्यवहार और भविष्य निर्धारित करते हैं। इन्हें हम तिल कहते हैं।
सामुद्रिक शास्त्र में इन्हीं तिलों के बारे में विशेष जानकारी दी गई है। जैसे कि…
माथा: माथे पर बीचों बीच तिल होना दिलकश अंदाज को दर्शाता है। ऐसे व्यक्ति को अपनी जिंदगी में कई बार प्रेम होता है।
आंख: दाईं आंख पर तिल है तो व्यक्ति विशेष निपुणता हासिल करता है। और यदि बायीं आंख पर तिल हो तो निराशाभरा जीवन जीता है।
कान: यदि किसी व्यक्ति के कान पर तिल हो, तो वह अल्पआयु का होता है। ऐसे व्यक्ति ज्यादा समय तक जिंदा नहीं रहते हैं।
मुंह: ऐसे लोग जिनके मुंह के ठीक ऊपर या कहें जबड़े पर तिल होता है यह अस्वस्थ अमूमन ज्यादा ही रहते हैं।
ठोड़ी : ऐसी किसी महिला के ठोड़ी पर तिल होता है तो ऐसी महिलाएं मिलनसार नहीं होतीं।
गाल: यदि व्यक्ति के दायें गाल पर तिल हो तो शुभ फल प्रदान करता है। तो वहीं बायें गाल पर तिल निर्धनता की निशानी माना जाता है।
होंठ: महिला हो या पुरुष यदि ऊपर के होंठ पर तिल हो तो वह प्रेमी स्वभाव के होते हैं। और यदि नीचे के होंठ पर तिल हो तो निर्धन होते हैं।