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बकरीद : इन ई-कॉमर्स कंपनियों से ऑनलाइन खरीद सकते हैं कुर्बानी का बकरा

लखनऊ। आपने आज तक ऑनलाइन काफी सारी शॉपिंग की होगी, लेकिन लेकिन क्या आपने कभी ऑनलाइन बकरा खरीदा है? अगर नहीं तो अब आप ऐसा कर सकते हैं। ईद-उल-अजहा (बकरीद) 12 अगस्त को है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय के लोगों की सुविधा के लिए ऑनलाइन बकरे बेचे जा रहे हैं। ताकि लोगों को बकरा खरीदने के लिए जगह-जगह भटकना न पड़े।
जो लोग ऑनलाइन बकरा खरीदना चाहते हैं उन्हें ऑनलाइन साइट पर पांच हजार से लेकर 11 लाख रुपए तक का मनचाहा बकरा आसानी से मिल सकता है। इसके अलावा ऑनलाइन शॉपिंग में बकरे की कई नस्ल भी आपको मिलेंगी।

इन साइट्स से खरीद सकते हैं बकरा

अब आपको बकरीद में बकरे की कुर्बानी के लिए बाजार जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। आप अपने फोन, कम्प्यूटर और लैपटॉप के जरिए घर बैठे अपना मनपसंद बकरा खरीद सकते हैंं। कुछ ई-कॉमर्स कंपनियां ​​बकरों की ब्रिकी कर रही हैं। इनमें आप Olx, Quikr, www.alnoorgoats.com, dir.indiamart.com की साइट पर जाकर अपना मनपसंद बकरा खरीद सकते हैं। डिलिवरी आपके घर पर होगी। पसंद न आने पर बकरे को वापस करने की भी सुविधा है। इसके अलावा सोशल मीडिया (वाट्सएप गु्रप व फेसबुक) के जरिए भी 10 हजार से लेकर 30 हजार तक के बकरे खरीदे व बेचे जा रहे हैं।

सहारनपुर में बढ़ी डिमांड

मेट्रो सिटी की तर्ज पर सहारनपुर में भी ऑनलाइन बकरों की डिमांड बढ़ गई है। ऑनलाइन बाजार में पंजाबी के साथ राजस्थानी नस्ल के बकरे मौजूद हैं। बकरों की कीमत पांच हजार से तीन लाख तक रुपये तक है।

दलालों के कमीशन से छुटकारा

समाजसेवी आरिफ खान बताते है कि मंडियों में दलालों के कमीशन के कारण बकरों के रेट बढ़ जाते हैं, जिस कारण लोग अब ऑनलाइन खरीदारी की ओर ज्यादा रुख कर रहे हैं। ऑनलाइन खरीदार में बेचने वाले और खरीदार के बीच सीधा संपर्क होता है।

पसंद न आने पर बदला जा सकता है बकरा

यदि किसी ने ऑनलाइन बकरा पसंद किया और उसका पेमेंट कर दिया, लेकिन कुछ घंटों बाद भी यदि वह परिवार के बाकी सदस्यों को पसंद नहीं आया तो उसे वापस कर दूसरा बकरा खरीदा जा सकता है या अपने पैसे वापस ले सकता है।

जमुनापरी और तोतापरी की ज्यादा डिमांड

ऑनलाइन बाजार में जमुनापरी, तोतापरी सिरोही, सुजाद, तुर्की, पंजाबी और राजस्थानी नस्ल के बकरे मौजूद हैं। सबसे ज्यादा जमुना परी और तोतापरी बकरे की डिमांड ऑनलाइन की जा रही है।

मंडियों में बिक्री पर पड़ेगा असर

ऑनलाइन बकरा बिकने का असर मंडियों पर भी देखा जा रहा है। लोग बिना मंडी जाएं अपनी पसंद का बकरा ऑनलाइन खरीद रहे। कंबोह का पुल स्थित मंडी में बकरा कारोबारी गुलवेज का कहना था कि ऑनलाइन बकरा बिकने का असर मंडियों पर पड़ेगा। ऑनलाइन बकरा खरीदनें से नस्ल की अच्छी तरह पहचान नहीं होती, जबकि मंडी आकर ग्राहक खुद नस्ल की पहचान करता है।