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जल्द से जल्द कम करना चाहतें है मोटापा, अपनाएं ये 3 जादुई योगासन…

अक्सर देखा गया हैं कि प्रेगनेंसी के बाद महिलाएं अपने वजन पर नियंत्रण नहीं रख पाती हैं और मोटापे का शिकार होने लगती हैं. ऐसे में महिलाओं का मोटापा कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है जिन्हें कम करना जरुरी हो जाता है. लेकिन अधिक वजन होने के कारण वो इससे कतराने लगती हैं और उन्हें समझ में नहीं आता कि कैसे करें.

मोटी महिलाओं को जल्दी थकान की वजह से वर्कआउट करने में दिक्कत आती हैं. इसलिए आज हम आप महिलाओं के लिए कुछ ऐसे योगासन (Yoga) लेकर आए हैं जो उनकी मदद करेंगे.

अर्ध उत्तानासन

इस आसन में पेट की चर्बी के साथ हिप्स और थाईज की चर्बी में भी कमी आती हैं. इसे वजन घटाने के लिए सबसे आसान एक्सरसाइज में से एकमाना जाता है. इसके लिए सीधे खड़े हो जाएं और फिर कूल्हे के जोड़ों को मोड़ते हिए नीचे की तरफ झुकें.

नीचे झुकते समय सांस छोड़ें और अपने हाथों से पैरों को छूने की कोशिश करें. साथ ही इस आसन को करते वक्त ध्यान रखें कि आपके घुटनें मुड़े नहीं. 30-60 सेकेंड कोशिश करने के बाद सामान्य हो जाएं और सांस लेने के बाद दोबारा कोशिश करें. आप इसे 5-7 बार कर सकती हैं.

वृक्षासन

वृक्षासन शरीर की बीमारियों को ही नहीं ठीक करता बल्कि यह शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी को भी निकालता है. इस आसन के बाद शरीर को कमजोरी नहीं आती और हड्डियां मजबूत हो जाती है. अगर आप अपनी बढ़ती तोंद से परेशान हैं तो इस आसन को जरूर करें. वृक्षासन को करने के लिए सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं.

अब दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाकर खड़े हो. फिर हाथों को सिर के ऊपर उठाते हुए सीधा कर हथेलियों को मिला दें. दाहिने पैर को मोड़ते हुए उसके तलवे को बाईं जांघ पर टिका दें. बाएं पैर पर संतुलन बनाते हुए हथेलियां, सिर और कंधे एक ही तरफ हो. जब तक संभव हो ऐसे रहें. कुछ देर बाद दूसरे पैर से भी ऐसा ही करें.

कपोतासन

कपोतासन यानि कबूतर मुद्रा, यह आसन भी पेट की जिद्दी चर्बी को जल्दी घटाने में मदद करता है. इतना ही नहीं, इस आसन को करने से जांघों, एडियों, जोडों, सीने, गले पर भी दबाव पड़ता है, जिससे फैट जल्दी बर्न होता है. इसके लिए वज्रासन स्थिति में बैठ जाएं और गहरी सांस लें.

इसके बाद दोनों हाथों को कमर के पास रखें और फिर गदर्न को धीरे-धीरे पीछे की तरफ झुकाएं और हाथों व सिर को पैरों के पीछे जमीन की ओर ले जाने की कोशिश करें. इस बात का ध्यान रखें कि गर्दन पर बल ना पड़ें. कुछ देर इस स्थिति में रहने के बाद सामान्य हो जाएं.