Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

पीएम मोदी ने आईआईटी मद्रास में क्यों कहा, जहां भी रहें देश को याद रखें

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आईआईटी मद्रास के दीक्षांत समारोह में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा आप सभी से अनुरोध है कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहाँ काम करते हैं, चाहे आप कहीं भी रहें, अपनी मातृभूमि, भारत की जरूरतों को ध्यान में रखें। देश के युवाओं की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम ने कहा कि पूरी दुनिया के लिए समस्याओं का भारतीय समाधान बनाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए एक ऐसा तंत्र बनाया गया, जिससे नई चीजों की खोज हुई, इसी के बल पर देश नवाचार के मामले में शीर्ष तीन देशों में से एक बन पाया है। भारत अपनी अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना चाहता है और इसमें स्टार्ट अप और नवाचार का प्रमुख रोल होगा।

बता दें कि प्रधानमंत्री भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के 56वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग ले रहे हैं। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ’मैं अभी अमेरिका से लौटा हूं। इस यात्रा के दौरान, मैं बहुत से राष्ट्राध्यक्षों, नवप्रवर्तकों और निवेशकों से मिला। हमारी चर्चाओं में एक बात कॉमन थी, वह था नए भारत के बारे में हमारा दृष्टिकोण और भारत के युवाओं की क्षमताओं पर विश्वास।

पीएम ने तमिलनाडु की भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि यहां पहाड़ चलते हैं और नदियां स्थिर होती हैं। हम तमिलनाडु में हैं, जिसे एक विशेष गौरव प्राप्त है, यह दुनिया की सबसे पुरानी भाषा का घर है और यह भारत में सबसे नई भाषा में से एक है, आईआईटी-मद्रास लिंगो। इस दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एडप्पादी के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम भी मौजूद हैं।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने चेन्नई में आईआईटी मद्रास में आयोजित सिंगापुर-भारत हैकथॉन 2019 में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दोस्तों आप चुनौतीपूर्ण समस्याओं को हल करने के लिए पिछले 36 घंटों से काम कर रहे हैं। आपको और आपकी ऊर्जा को सलाम और मुझे थकान नहीं दिखती। मुझे एक कार्य की संतुष्टि अच्छी तरह से पूरी होती है। पीएम ने साथ ही कहा ’हैकथॉन युवाओं के लिए महान हैं। प्रतिभागियों को वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी तक पहुंच मिलती है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि आज के हैकथॉन में पाए जाने वाले समाधान कल के लिए स्टार्ट-अप विचार हैं।’