‘पफर फ़िश’ हम में से ज़्यादातर लोग इस मछली के बारे में नहीं जानते होंगे। दरअसल, इसकी भी एक वजह है। हम बिना किसी चीज़ को जाने उसे बेहद मामूली जो समझ लेते हैं।
‘फ़िश’ शब्द जुड़ते ही अमूमन लोग चीज़ों को मामूली समझने की भूल कर बैठते हैं, लेकिन जिस मछली की बात हम कर रहे हैं, न तो वो कोई मामूली मछली है और न ही यह ढूंढने से आसानी से मिलती है। इसलिए इसके बारे में जानकारी रखना आपके लिए बेहद जरूरी है।
इस पर आपको भले ही यक़ीन न हो, मगर ये शत प्रतिशत सच है। दरअसल, पफर फ़िश के पास भगवान का दिया एक नायाब हुनर है। जी हां पफर फिश के पास वास्तु कला का बेहतरीन ज्ञान है। इसकी मदद से यह मछली पानी के नीचे एक क़िला बनाकर रहती है।
कहते हैं कि पफर फ़िश ढूंढने पर भी आसानी से इसलिए नहीं मिलती क्योंकि यह समुद्र तल में बेहद गहराई में रहती है। यहां तक पहुंच पाना किसी गोताखोर के बस की ही बात है।
पफर फ़िश के दिमाग की दात देनी होगी जो बिन हाथ पैरों के केवल अपने पंखों के सहारे ऐसा अभेदी किला तैयार कर देती है। यदि आप इसके डिजाइन को देख लें तो खुद कहेंगे कि यह तो किसी आर्किटेक्ट के द्वारा तैयार किए डिजाइन से कम नहीं है।