अंधेर नगरी चौपट राजा, यह कहावत तो हम सब ने सुनी ही होगी। लेकिन अब लगता है कि यह कहावत आए दिन चरितार्थ हो रही है। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में इसी का एक उदहारण देखने को मिला है।
यहां परिवहन विभाग के अधिकारी ने एक स्कूटी सवार का सीट बेल्ट ना लगाने के लिए चालान काट दिया है। हो गए ना हैरान, क्या कंपनी अब स्कूटी में सीट बेल्ट लगाने लगी है, तो हम आपको बताते हैं ऐसा कुछ भी नहीं है।
स्कूटी पर कटा सीट बेल्ट का चालान
स्कूटी के मालिक प्रवीण कुमार की स्कूटी के दस्तावेज़ खो गए थे, जिसको दोबारा निकलवाने के लिए जब वह RTO दफ्तर पहुंचे तो इनको बताया गया कि आपका चालान कटा है। प्रवीण को बताया गया कि चालान का शुल्क जमा करना होगा और जब इन्होंने चालान की रसीद मांगी तो उसमें सीट बेल्ट ना लगाने के लिए चालान काटे जाने का उल्लेख मिला।
यह चालान करने वाला कोई कर्मचारी नहीं था, पीटीओ के साहब थे, जिसे देख कर स्कूटी मालिक के होश उड़ गए। यह बेचारे जब पीटीओ से इस बात की शिकायत करने गए तो पीटीओ ने चालान की धनराशी जमा किए बगैर दस्तावेज़ निकालने से इंकार कर दिया। पीटीओ का कहना था कि स्कूटी सवार का सीट बेल्ट ना लगाने पर चालान काटा गया है। इसकी जब जांच की गई तो पीटीओ ने कैमरे के सामने आने से इंकार कर दिया।