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सिरसा:डस्टरबिन घोटाले को छिपाने के लिए नगर परिषद् ने दर्ज करवाई डस्टरबिन गुम की एफ.आई.आर.

सिरसा 21 अप्रैल: अधिकांश लोकेशनों पर पुलिस के सीसीटीवी कैमरे लगे हैं तो चोरी कैसे सम्भव : विरेन्द्र कुमार

आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद् के सदस्य, पश्चिमी जोन प्रवक्ता एवं शहरी जिलाध्यक्ष विरेन्द्र कुमार ने कहा है कि नगर परिषद् सिरसा द्वारा डस्टरबिन खरीद में हुए कथित घोटाले को छिपाने के लिए हाल ही में  पुलिस विभाग में शहर में विभिन्न स्थानों पर अज्ञान लोगों के खिलाफ डस्टरबिन चोरी का एक मुकदमा दर्ज करवाया है। एफ.आई.आर. के अनुसार नगर परिषद् द्वारा सिरसा शहर में विभिन्न स्थानों पर 600 बड़े डस्टरबिन लगवाए थे, निरीक्षण उपरान्त पाया गया कि शहर में डबवाली रोड, सांगवान चौक, लालबत्ती चौक, रानियां चुंगी, जगदेव सिंह चौक, परशुराम चौक, अम्बेडकर चौक, हुडा काम्पलेक्स, जाट धर्मशाला, सालासर धाम मन्दिर, भूमणशाह चौक, उपायुक्त कार्यालय, हिसार रोड, बरनाला रोड आदि स्थानों पर लगाए गए डस्टरबिन चोरी हो गए हैं। विरेन्द्र कुमार ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा पिछले दिनों डस्टरबिन घोटाले का पर्दाफाश किया गया था जिसमें नगर परिषद् द्वारा कचरा साफ करने की बजाय खजाना साफ किया गया। नगरपरिषद द्वारा बड़े स्तर डस्टरबीन खरीद में भी घोटाला किया गया है, एक करोड़ रूपये के डस्टरबीन की किसी परचेज कमेटी के गठन के बिना ही खरीद हुई है। रिकार्ड अनुसार 30 हजार घरेलू डस्टरबिन वितरित किये गए। जिस डस्टरबिन की बाजारी कीमत 50 रूपये है उसकी खरीद 165 रूपये प्रति डस्टरबिन की दर से की गई। अखबारों में टेंडर प्रकिया का प्रकाशन नही किया गया, ऑनलाइन बोली में सिर्फ एक फर्म बी.के. इलेक्ट्रॉनिक द्वारा बोली दी गई, ऑनलाइन बोली सिर्फ आधा घंटे के लिए खोली गई। सार्वजनिक स्थानों पर 600 सेट लगाए गये, प्रत्येक सेट की खरीद 7920 रु की दर से हुई है जबकि उस सेट की बाजारी कीमत 2500 रूपये है।

नगरपरिषद द्वारा जो आरटीआई से रिकार्ड उपलब्ध करवाया गया है, उसमें नगरपरिषद् द्वाररा 600 लोकेशनों को वर्णन ही नहीं किया गया है, जहां पर सार्वजनिक डस्टरबिन सेट लगाए गए हंै।ं इस प्रकार डस्टरबिन खरीद में एक करोड़ रु के बिल पास हुए है। विरेन्द्र कुमार ने कहा कि नगर परिषद् द्वारा शहर में 600 लोकेशनों पर बिना किसी सीरियल नम्बर के बड़े डस्टरबिन लगाए गए थे, जबकि नियमानुसार बिजली विभाग व वन विभाग सहित अन्य सरकारी विभाग यदि अलग-अलग लोकेशनों पर बड़े स्तर पर कोई चीज स्थापित करते हंै तो नियमानुसार उन पर सीरियल नम्बर अंकित किए जाते हैं जिसका रिकार्ड भी रखा जाता है परन्तु नगर परिषद् द्वारा 600 डस्टरबिनों को लोकेशन अनुसार रिकार्ड में नहीं चढ़ाया गया। एफ.आई.आर. में जिन लोकेशनों पर डस्टरबिन चोरी हुए दर्शाए गए हैं, वे नगर के व्यस्तम क्षेत्र हैं तथा पुलिस विभाग द्वारा दर्शाए गए अधिकांश स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं। सवाल यह है कि जब डस्टरबिन लगे ही नहीं थे, तो चोरी कैसे हुई? आम आदमी पार्टी द्वारा भ्रष्टाचार की पोल जनता के सामने खोली गई, इसके बाद विभाग अपनी साख बचाने के लिए इस मामले पर एफ.आई.आर. करवाकर लीपापोती कर रहा है और अपने भ्रष्टाचार को छिपाने का प्रयास कर रहा है तथा किसी बड़े नेता को बचाने प्रयास कर रहा है। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ इसी प्रकार पर्दाफाश करती रहेगी और जनता को सरकार व सरकारी अधिकारियों द्वारा जनता की खून-पसीने की कमाई की बर्बादी को जनता के सामने लाने का काम करती रहेगी। इस अवसर पर उनके साथ सिरसा विधानसभा अध्यक्ष हंसराम सामा, उपाध्यक्ष सुजल अनेजा एडवोकेट, वरिष्ठ नेता हरबंस लाल, प्रमोद वधवा, रंझु मसीह, आयुष, वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश कपड़ेवाला, युवा नेता राजन हिंदुस्तानी, सौरभ राठौड़, विजय कुमार मोंगा, अनिल चन्देल, पवन कुमार गोयल, राकेश जैन, राजकुमार कुक्कड़, अशोक कुमार, देवेन्द्र कुमार, राजकुमार वधवा आदि मौजूद थे।