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There were martyrs in Varanasi’s huge Jammu and Kashmir, the statue was not installed; Congressmen along with relatives appealed to the commissioner | वाराणसी के विशाल जम्मू-कश्मीर में हुए थे शहीद, नहीं स्थापित हुई प्रतिमा; परिजनों संग कांग्रेसियों ने कमिश्नर से लगाई गुहार

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वाराणसी44 मिनट पहले

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वाराणसी के शहीद विशाल पांडेय के संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा किए गए वादे ढाई साल बाद भी पूरे नहीं हुए। इससे नाराज शहीद के परिजनों ने कांग्रेस नेताओं के साथ मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से मुलाकात की। - Dainik Bhaskar

वाराणसी के शहीद विशाल पांडेय के संबंध में प्रदेश सरकार द्वारा किए गए वादे ढाई साल बाद भी पूरे नहीं हुए। इससे नाराज शहीद के परिजनों ने कांग्रेस नेताओं के साथ मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से मुलाकात की।

जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में ढाई साल पहले हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए काशी के लाल विशाल पांडेय की आज तक प्रतिमा स्थापित नहीं की जा सकी। इसके साथ ही शहीद विशाल की स्मृति में न द्वार बना और न उनकी गली को उनका नाम दिया गया। इसे लेकर शहीद विशाल के पिता विजय शंकर पांडेय के साथ बुधवार को कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधमंडल वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से मिला।

विजय शंकर पांडेय और कांग्रेसियों ने कहा कि शहीद के सम्मान में सरकार की ओर से जो वादे किए गए थे वह आखिरकार कब पूरे होंगे। गौरतलब है कि विशाल वायुसेना में को-पायलट थे। 27 फरवरी 2019 को हेलीकॉप्टर एमआई-17 क्रैश होने की वजह से वह शहीद हो गए थे।

शहीद विशाल पांडेय। फाइल फोटो

शहीद विशाल पांडेय। फाइल फोटो

किसने क्या वादा किया था

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी और मंत्री अनिल राजभर शहीद विशाल पांडेय को श्रद्धांजलि देने उनके घर गए थे। दोनों मंत्रियों ने कहा था कि सांस्कृतिक संकुल में शहीद विशाल की प्रतिमा लगेगी। जिस गली में उनका आवास है वहां मुख्य द्वार बनेगा। जिस गली में उनका घर है उसका नामकरण शहीद विशाल पांडेय के नाम पर रखा जाएगा।
  • उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या शहीद विशाल पांडेय के घर जाकर घर जाकर कहा था कि सांस्कृतिक संकुल में उनकी प्रतिमा लगेगी। जिस गली में उनका आवास है वहां मुख्य द्वार बनेगा। गली का नामकरण शहीद विशाल पांडेय के नाम पर किया जाएगा। यहीं बातें वाराणसी के मंत्री रविंद्र जयसवाल ने भी कही थी।

संवेदनहीन है प्रदेश की भाजपा सरकार

कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में शहीद के सम्मान में सरकार का वादा ढाई साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने वादा किया, लेकिन हकीकत के धरातल पर कोई काम नही हुआ है। प्रदेश की भाजपा सरकार की संवेदनहीनता की जितनी निंदा की जाए वह कम है। इस सरकार में शहीदों का कोई सम्मान नहीं है और वादे हमेशा बड़े-बड़े किए जाते हैं।

वाराणसी में शहीद विशाल पांडेय की प्रतिमा स्थापित कराने और उनकी स्मृति में प्रवेश द्वार बनवाने की मांग लेकर कमिश्नर के पास जाते परिजन और कांग्रेस नेता।

वाराणसी में शहीद विशाल पांडेय की प्रतिमा स्थापित कराने और उनकी स्मृति में प्रवेश द्वार बनवाने की मांग लेकर कमिश्नर के पास जाते परिजन और कांग्रेस नेता।

कांग्रेसी बोले, 15 दिन के अंदर लें निर्णय

कांगेस नेताओं ने मंडलायुक्त से कहा कि वह 15 दिन के अंदर इस प्रकरण पर निर्णय लें। अगर सरकार से शहीद की शहादत का सम्मान नहीं हो पा रहा है तो सांस्कृतिक संकुल में उन्हें एक जगह दे दी जाए। कांग्रेसजन काशी के लाल की स्मृति में काशीवासियों से अंशदान एकत्रित करके शहीद की भव्य प्रतिमा लगवाएंगे और उनकी स्मृति में द्वार बनवाएंगे।

अगर 15 दिन के बाद कोई निर्णय नहीं हुआ और जगह भी नहीं मिली तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता शहीद के सम्मान में उनके परिजनों के साथ जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। मंडलायुक्त से मुलाकात करने वालों में शैलेन्द्र सिंह, मनीष चौबे, ओमप्रकाश ओझा, मनीष मोरोलिया, मयंक चौबे, चंचल शर्मा, विश्वनाथ कुंवर, अशोक सिंह, हसन मेंहदी कब्बन, लालजी यादव, रोहित दुबे, मेंहदी हसन, जुबेर जी बागी, विनीत चौबे, अनुभव राय आदि शामिल थे।

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