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अभी टला नहीं है टिड्डी दल का खतरा, यूपी के इन जिलों में कर सकता हमला

टिड्डी दलों का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। गर्मी के मौसम की वजह से इनका हमला और भी तेज हो गया है। फिलहाल, टिड्डी दल यूपी में ही मंडरा रहा है। एक बार फिर से टिड्डियों के हमले का खतरा कौशांबी, फतेहपुर, वाराणसी और कानपुर में मंडराने लगा है।

बीते सोमवार की रात को ललितपुर, झांसी सीमा में नजर आया दल मंगलवार देर रात प्रयागराज पहुंच गया है। जिसके चलते प्रशासन और कृषि विभाग ने फसलों पर हमले की आशंका को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।

कानपुर में भी कृषि विभाग ने अलर्ट जारी कर बताया है कि अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। घाटमपुर और सरसौल ब्लॉक को संवेदनशील माना जा रहा है। किसानों को घरों के बाहर थाली, बर्तन और कनस्टर बजाने के लिए कहा गया है। डीजे और लाउड स्पीकर से शोर करने की अपील है।

बीते रविवार की रात को मध्य प्रदेश के रीवा के मऊगंज विकास खंड के पास टिड्डयां देखी गईं थी। कृषि विभाग ने केमिकल के छिड़काव कर उनको तितर बितर कर दिया। सोमवार की सुबह टिड्डियों का दल सगरा, सीतापुर, बंजारी, फरहदा, कुलबेरिया, वनपाडर, छुहिया गांव से होते हुए त्योथर विकास खंड में दाखिल हुआ।

मंगलवार को त्योथर विकास खंड के गांव सोनोरी, बांस से होते हुए प्रयागराज के प्रवेश कर गया। कृषि रक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि टिड्डयों पर नजर रखी जा रही है। दवाएं और केमिकल्स हैं। बुधवार को हवा और मौसम से उनके रुख का पता चल सकेगा। अगले 48 घंटे महत्वपूर्ण हैं। यह दल दो किलोमीटर लंबा बताया जा रहा है।

टिड्डी दल के आने की आशंका को देखते हुए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि टिड्डी दल को देखते ही थाली व ताली बजाना शुरू कर दें। जनपद स्तरीय टिड्डी कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, किसान 8126066090 व 9450213869 पर जानकारी ले सकते हैं। कुर्मी खेडा, हृदयपुर, निगोहा, प्रतापपुर, बादीपुर, रौतापुर. गौरी, भगवंतपुर, अब्दुलपुर, सांभी, ककवन समेत कई जगह ग्रामीण टिड्डी भगाने के लिए टोली तैयार कर रहे हैैं।