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गौतमबुद्ध नगर के इरफान का शव विदेश से भारत लाने में सुषमा स्वराज ने की थी मदद

नोएडा। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन के बाद उनके द्वारा जनहित में किये कार्यों को लोग याद कर रहे हैं।

जनपद गौतमबुद्ध नगर के दनकौर निवासी इरफान की मौत वर्ष 2018 में सऊदी अरब के केएसए दम्मन शहर में करंट लगने से हो गयी थी। इरफान के शव को भारत की भूमि पर वापस लाने में सुषमा स्वराज का विशेष योगदान रहा।

जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने उन दिनों को याद करते हुए बताया कि 11 सितम्बर 2018 को सऊदी अरब के शहर में बिजली का करंट लगने से वहां नौकरी कर रहे इरफान नाम के व्यक्ति की मृत्यु हो गयी थी। इरफान के परिवार के पास इतने रुपये नहीं थे कि वह उसके मृतक शरीर को भारत ला सके।

जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने 09 अक्टूबर 2018 को भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से इरफान के परिजनों की मदद करने के लिए गुहार लगाई थी। धीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने उस वक्त ट्वीट भी किया था, जिसको संज्ञान में लेते हुए विदेश मंत्रालय ने त्वरित कार्रवाई की थी।

सिंह ने बताया कि उसके बाद उन्होंने तत्कालीन विदेश राज्यमंत्री वी.के.सिंह से भी नई दिल्ली स्थित साऊथ ब्लाॅक में मृतक इरफान का शव भारत लाये जाने के लिए मुलाकात की।

धीरेंद्र सिंह ने बताया कि इसके बाद पांच नवम्बर 2018 को प्रातः चार बजे इरफान का शव उसके घर पहुंच सका। जिसे पाने के लिए उसके मां-बाप एक माह 21 दिन से तरस रहे थे। धीरेंद्र सिंह ने कहा कि सुषमा स्वराज पार्टी के कार्यकर्ताओं से खुल कर मिलती थीं और उनकी समस्या का निस्तारण करती थीं।