Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

चिन्मयानंद केस से सुप्रीम कोर्ट की जज भानुमति ने खुद को किया अलग

 

नई दिल्ली। रेप के आरोपित चिन्मयानंद को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत के खिलाफ पीड़ित की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के जज आर. भानुमति ने खुद को सुनवाई से अलग कर लिया है।

पीड़ित ने चिन्मयानंद के जमानत पर होने से अपनी सुरक्षा को खतरा बताया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत आदेश में विवादित टिप्पणी की थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने यह कहते हुए चिन्मयानंद को जमानत दी थी कि दोनों ने एक-दूसरे का इस्तेमाल किया। कह पाना मुश्किल कि किसने किसका शोषण किया। चिन्मयानन्द 20 सितंबर 2019 से जेल में बंद थे।

इस मामले में पीड़ित छात्रा और उसके साथियों को हाईकोर्ट ने पहले ही जमानत दे दी थी। इससे पहले रंगदारी मामले में आरोपित पीड़ित छात्रा को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 11 दिसम्बर,2019 को शाहजहांपुर जेल से रिहा कर दिया गया था।