नई दिल्ली। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का भले ही कितना विरोध कर ले और दुनिया भर के सामने हाथ फैलाकर मदद मांग ले लेकिन उसे निराशा के अलावा कुछ और हाथ नहीं लगना है। इस मामले पर अब भारत का पक्ष और भी ज्यादा मजबूत हो गया है। क्योंकि भारत के सबसे अच्छे दोस्त रूस ने भी मोदी सरकार के इस फैसला का खुला समर्थन किया है।
रूस ने इस मुद्दे पर साफ कहा है कि अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का अंदरूनी मामला है। भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने कहा है कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करना भारत सरकार का संप्रभु निर्णय है और यह भारत का आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला और लाहौर समझौते के तहत इस तरह के मुद्दों को हल किया जासकता है। हमारे विचार बिल्कुल भारत के जैसे ही हैं।
रूस ने कहा है, “हमारा मानना है कि भारत पाकिस्तान को मुद्दों को बातची के माध्यम से हल करने की आवश्यकता है। कश्मीर भारत का एक आंतरिक मुद्दा है। मतभेदों को शिमला समझौते और लाहौर समझौते के मद्देनजर हल करना चाहिए।” बताते चलें कि 5 अगस्त को राज्यसभा और 6 अगस्त को लोकसभा में अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पो को मंजूरी दे दी थी।