नई दिल्ली। आपने इंसाने के आईडी कार्ड के बारे में तो सुना होगा, जिस पर उससे संबंधित सभी जानकारी होती है। लेकिन क्या कभी आपने मवेशियों या पशुओं के लिए आईडी कार्ड की बात सुनी है। दरअसल सड़क पर घूमते बेसहारा मवेशी इन दिनों रायपुर नगर निगम के लिए बड़ी मुसीबत बन चुके हैं। जब इनसे पशुपालकों को कोई फायदा नहीं मिलता, तो वे उन्हें सड़क पर बेसहारा छोड़ देते हैं।
ऐसे में अब इन बेसहारा मवेशियों की समस्या से निपटने के लिए रायपुर नगर निगम ने एक नया प्लान तैयार किया है। अब इन मवेशियों के कान में पहचान के लिए एक आईडी नंबर डाला जाएगा। राजधानी रायपुर की सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को भी अब इंसानों की तरह ही यूनिक आईडी नंबर मिलेगा। जिसके जरिए उनकी पहचान हो सकेगी।
नगर निगम प्रशासन ने ऐसे मवेशियों पर नजर रखने के लिए उनके कान में टैग लगाने का फैसला किया है, जिसमें मवेशियों का आईडी नंबर होगा। इसमें मालिकों का नाम और पता भी दर्ज होगा। टैग के बिल्ले में मवेशी के साथ ही उसके मालिक की भी जानकारी होगी। ऐसे में नगर निगम प्रशासन मवेशियों के मालकों के खिलाफ आसानी से कार्रवाई भी कर सकेगा। निगम प्रशासन ने पशु पालकों की मौजूदगी में ही यह फैसला लिया है। जिसकी वह से अब बेसहारा मवेशी सड़क पर नहीं घूमेंगे और न ही उनकी वजह से एक्सीडेंट ही होंगे।