नई दिल्लीः संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा मॉब लिंचिंग पर दिए गए बयान पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत लिंचिंग की घटनाओं पर रोक लगाने की बात नहीं कह रहे हैं, बल्कि वो ये कह रहे हैं कि इसे लिंचिंग न कहा जाए।
हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने मॉब लिंचिंग पर दिए मोहन भागवत के बयान पर कहा कि जिस विचारधारा ने महात्मा गांधी और तबरेज की हत्या की, उससे ज्यादा भारत की बदनामी नहीं हो सकती। ओवैसी ने कहा कि कहा कि पीड़ित भारतीय थे, दोषियों को किसने माला पहनाई। तिरंगे में शव को किसने लपेटा।
बीजेपी सांसद गोडसे से प्यार करते हैं, गांधी और तबरेज की हत्या करने वाली जो विचारधारा है उससे बड़ी बदनामी भारत की नहीं हो सकती। भागवत लिंचिंग पर रोक की बात नहीं कह रहे हैं, वो कह रहे हैं इसे लिंचिंग न कहा जाए।
बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में सालाना पथ संचलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि मॉब लिंचिंग, कानून व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन कर हिंसा की प्रवृत्ति समाज में परस्पर संबंधों को नष्ट कर अपना प्रताप दिखाती है। यह प्रवृत्ति हमारे देश की परंपरा नहीं है, न ही हमारे संविधान में यह है।
कितना भी मतभेद हो, कानून और संविधान की मर्यादा में रहें, न्याय व्यवस्था में चलना पड़ेगा। कहा कि मॉब लिंचिंग को लेकर कानून बनाए जाने चाहिए। इन घटनाओं को पेश कर षड्यंत्र चलाया जा रहा है, ये सबको समझना चाहिए।