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शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशकों का जोरदार धरना प्रदर्शन बीआरसी पाली पर

 

बीआरसी पाली पर शिक्षक,शिक्षामित्र,अनुदेशकों का जोरदार धरना प्रदर्शन

पाली । उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर पूरे प्रदेश में शिक्षक,शिक्षामित्र, अनुदेशक,आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका, रसोइया के संयुक्त रूप में बीआरसी पाली पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन हुआ जिसमें बीआरसी पाली पर भारी संख्या में शिक्षक, शिक्षामित्र जुटकर अपनी एकता का एहसास दिलाकर धरना प्रदर्शन में प्रतिभाग किया, जिसकी अध्यक्षता शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष विनय बिहारी दूबे व संचालन ब्लाक मंत्री व जिला संगठन मंत्री कुलदीप सिंह ने किया ।

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में संयुक्त रूप से शिक्षक,शिक्षामित्र, अनुदेशक,आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका, रसोइया ने भारी संख्या में बीआरसी पाली पर जुटकर अपनी संख्या बल का एहसास कराते हुए अपनीं मांगो को जोरदार तरीके से रखा । 21सूत्रीय मांगों में 1. पुरानी पेंशन बहाल हो, 2. कैश लेस चिकित्सा , एसीपी , उपार्जित अवकाश एवं द्वितीय शनिवार अवकाश, 3. छात्रों को बैठने हेतु फर्नीचर , बिजली , पंखे , पीने का शुद्ध पानी एवं विद्यालय की चाहर दीवारी, 4. प्रत्येक कक्षा पर अध्यापक , प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक , लिपिक , चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी एवं चौकीदार, 5. शिक्षकों के अन्तःजनपदीय एवं अन्तर्जनपदीय ( आकांदी जनपद सहित ) स्थानान्तरण, 6.संविलियन निरस्तकर, शिक्षकों को पदोन्नति,7.ऑनलाईन कार्य के नाम पर शिक्षकों का शोषण बन्द हो,  8. 17140 व 18150 की विसंगति दूर हो,

सभी शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान , 9. सेवानिवृत्त शिक्षकों / पेंशनर्स की समस्याओं का निराकरण,10. सभी शिक्षामित्र , अनुदेशक , विशेष शिक्षक एवं कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों को स्थाई शिक्षक बनाया जाय, 11. सभी रसोईयों को स्थाई एवं प्रतिमाह रुपये 10,000 मानदेय, 12. ऑगनवाड़ी सहायिका को रु. 10,000 एवं आँगनवाड़ी कार्यकत्री को ₹ 15,000 प्रति माह मानदेय हो, 13. परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता , नगर प्रतिकर भत्ता बहाल किया जाय एवं महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान हो, 14. सामूहिक बीमा की धनराशि रुपये दस लाख हो, 15. वार्षिक प्रविष्टि का शासनादेश वापस हो 16. उ0 प्र0 शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 वापस हो, 17. मृतक शिक्षकों के परिवारों को ग्रेच्युटी का भुगतान, 18. मृतक शिक्षकों के आश्रितों को टी0ई0टी 0 से मुक्ति, 19. मृतक शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति, 20.कोरोना महामारी एवं पंचायत निर्वाचन के दौरान मृत शिक्षक,शिक्षामित्र एवं अनुदेशकों के परिवारों को 01 करोड़ रुपये का मुआवजा, 21. मृतक शिक्षामित्र , अनुदेशक एवं विशेष शिक्षक को आश्रित को नौकरी देने आदि का मांगपत्र बेसिक शिक्षा सचिव को मेल किया  गया ।

धरने को संबोधित करते हुए ब्लाक अध्यक्ष विपिन बिहारी दूबे ने कहा जिस समाज में अध्यापक कमजोर व प्रताड़ित होगा उस समाज का परिवर्तन नहीं हो सकता सामूहिक कार्य के लिए संगठन की आवश्यकता होती है शिक्षामित्रों की पीड़ा बहुत ही दुखदाई है यह सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही है । सरकार चाही होती तो ट्रेंड वेतनमान देकर एक सम्मानजनक स्थिति में रख सकती थी लेकिन शासन की मंशा इनके प्रति ठीक नहीं है अब इनकी लड़ाई अपनी मानकर साथ साथ लड़ेंगे । समान कार्य समान वेतन होना चाहिए । भविष्य में आगामी दिनों में होने वाले आंदोलन के चरणबद्ध कार्यक्रम में उपस्थित होने की अपील करते हैं । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिला अध्यक्ष रामनगीना निषाद ने कहा सबसे समन्वय स्थापित कर लड़ाई लड़ना होगा तभी कामयाबी मिलेगी । इसके लिए उन्होंने प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला के प्रति आभार जताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश चंद शर्मा से समन्वय स्थापित कर एक साथ लड़ाई लड़ने का फैसला लिया इसका हम सभी शिक्षामित्र स्वागत करते हैं । कार्यक्रम को अनुदेशक संघ से जिला कोषाध्यक्ष करुणेश भट्ट , शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष मारकंडेश्वर नाथ चौबे, मनीराम यादव, जनार्दन धर दुबे व शिक्षामित्र संघ के जिला उपाध्यक्ष अविनाश कुमार ने कहा समाज में शिक्षकों को बदनाम करने की साजिश चल रही है शिक्षकों को इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है वैद्य ,गुरु को जो भी कोई अप्रसन्न रखता है उनका वेग चला जाता है । अपने सभी मतभेदों को भुलाकर सब को एक मंच पर आकर अपने मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करना होगा तभी हम यह लड़ाई जीत सकते हैं । अंधे को दर्पण क्या देना, बहरे को भजन सुनाना क्या, जो रक्तपान करते उनको, गंगा का नीर पिलाना क्या ? अंत में धरना का कार्यक्रम राष्ट्रगान से समापन हुआ उसके बाद 21 सूत्रीय मांगों को रजिस्टर्ड डाक के द्वारा शासन को भेजा गया ।

धरना में विजय कुमार मिश्र वरिष्ठ उपाध्यक्ष पाली, कनीज फातमा, प्रभाकर सिंह,निसात फातमा, अमरीश प्रताप, श्रवण कुमार, आलोक मिश्रा, कपिल देव यादव, दिलीप भारती, मानसा पांडेय, अनुप्रिया श्रीवास्तव ,पूनम ,बिना यादव, पूर्णिमा सिंह, अंजली सिंह, इसरावती ,लक्ष्मी ,अंजनी यादव, सीमा देवी, लालधर निषाद, संतोष कुमार सिंह, शिवाकांत त्रिपाठी ,प्रभाकर मिश्रा, अजय कुमार मिश्रा, अरविंद कुमार सिंह, संतोष कुमार, सुप्रिया, रंजू, बृजेश कुमार ,अनूप,शिवशंकर पांडेय आदि शिक्षक, शिक्षामित्र, रसोईया, आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका उपस्थित रहे ।