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बिहार में बाढ़ पर बोले नीतीश, कुदरत पर किसका काबू

नई दिल्लीः बिहार में बाढ़ से स्थिति काफी खराब हो गई है और तमाम जिलों में स्थिति बद से बदतर हो गई है। हालांकि प्रशासन लोगों की मदद करने की पूरी कोशिश कर रहा है और हालात से निपटने के लिए पुख्ता इंतजामात भी किए गए हैं। कई इलाकों में बीते शनिवार से ही जारी बारिश की वजह से स्थिति बिगड़ती जा रही है।

राज्य में बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और उन्हें भरपूर मदद दी जा रही है। बताया कि राज्य में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि “ये स्थिति किसी के हाथ में नहीं होती, ये आपदा प्राकृतिक है। मौसम विभाग भी सुबह कुछ कहता है और दोपहर में कुछ होता है। लोगों को पीने का साफ पानी मुहैया कराने के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं।“

बता दें कि भारी बारिश होने की वजह से लोगों को और अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। राजधानी पटना में हालात खराब हैं। पटना के राजेंद्रनगर की स्थिति काफी भयावह है। मूसलाधार बारिश से इस इलाके में इतना पानी जमा हो गया है कि लोगों ने कभी सपने में नही सोचा था। लोगों का कहना है कि 1996-97 में राजेंद्रनगर में नाव चली थी, लेकिन इतना पानी किसी ने नहीं देखा था। 1975 में पटना में जो बाढ़ आई थी ठीक वैसा ही नजारा आज राजेंद्रनगर में दिख रहा है।

सभी घरों के ग्राउंड फ्लोर पानी में हैं, गाड़ियां जलमग्न हो गईं हैं। राजधानी के पंप हाउस में पानी जाने की वजह से यहां की मशीनरी काम नहीं कर रही है। लोग घरों में फंसे हुए हैं। बिजली की सप्लाई घंटों बाधित रहती है, पीने की पानी की भी घोर किल्लत मची है।