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Minor boy Dead body found hanging from a tree in the field | खेत में पेड़ से लटका मिला शव, पुलिस मान रही आत्महत्या; परिजनों का आरोप-हत्या हुई

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लखीमपुर36 मिनट पहले

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घर के लोग मौके पर पहुंचे और तकरीबन पूरा गांव इकठ्ठा हो गया। - Dainik Bhaskar

घर के लोग मौके पर पहुंचे और तकरीबन पूरा गांव इकठ्ठा हो गया।

लखीमपुर के धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम बबुरी में बुधवार एक किशोर का शव पेड़ से लटका पाया गया। किसी ग्रामीण ने उसका शव खेतों के बीच एक पेड़ से लटके होने की खबर दी तो पूरे परिवार पर पहाड़ टूट पड़ा। घर के लोग मौके पर पहुंचे और तकरीबन पूरा गांव इकठ्ठा हो गया। पुलिस को सूचना दी गई और उसके आने पर शव उतारा गया। परिवारीजनों में कुछ लोग हत्या की आशंका जता रहे थे। मृतक रामसिंह (16) के पिता सोनेलाल ने भी गांव के ही एक व्यक्ति से रंजिश की बात कही।

सोनेलाल से तहरीर लेने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कोतवाल विद्यासागर पाल का कहना था कि घटना आत्महत्या प्रतीत होती है। परिवारीजनों के अनुरोध पर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। आत्महत्या के पीछे उन्होंने घर में कुछ झगड़ा होने की बात बताई है।

पत्नी भी नहीं, सिर्फ एक बेटा था सोनेलाल का जीवन

बबुरी गांव के निवासी सोनेलाल की एक ही आंख है और एक ही बेटा था। वह बेटा भी बुधवार की सुबह मौत के फंदे से झूलता मिला तो मानो सोनेलाल की इकलौती आंख भी चली गई। ग्रामीण बताते हैं कि सोनेलाल की पत्नी का कई साल पहले देहांत हो चुका है। संतान के नाम पर सिर्फ एक बेटा रामसिंह था जिसके पालन पोषण की चिंता में उसने दूसरी शादी भी नहीं की। उसकी एक आंख पहले ही नहीं थी, अब एक आंख और उसका उजाला रामसिंह ही था। घटना के बाद सोनेलाल बिल्कुल अकेला है।

अपने ही खून से जुड़ रहे रामसिंह की मौत के तार

पुलिस ने कह दिया कि मामला आत्महत्या का है। सोनेलाल के परिवारीजनों ने गांव के ही एक व्यक्ति पर हत्या का शक जता दिया जिससे कुछ दिन पहले जमीन को लेकर विवाद हुआ था। लेकिन गांव में सुगबुगाहट कुछ और ही है। दरअसल सोनेलाल और पूरन दो सगे भाई हैं। पूरन का भरा पूरा परिवार है लेकिन सोनेलाल के पास परिवार के नाम पर एक बेटा रामसिंह ही था। दोनों भाइयों के पास अपनी कुछ जमीन, दोनों के अपने घर रोड के किनारे हैं। सोनेलाल के पास जो भी संपत्ति है। उसका इकलौता वारिस रामसिंह ही था। लेकिन उसकी मौत के बाद अब उत्तराधिकारी पूरन है। बेटे की मौत का नजारा देख तकरीबन अर्धविक्षिप्त हो चुका सोनेलाल फिलहाल कुछ सोचने समझने की स्थिति में नहीं है। अब रही पुलिस की बात कि रामसिंह का आत्महत्या से पहले घर में विवाद हुआ था, तो काबिले गौर है कि जब घर में कोई और है नहीं तो विवाद किससे हुआ होगा? ग्रामीणों की चर्चा में उंगली साफ तौर पर अपने ही खून की तरफ उठी दिखाई देती है।

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