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बेहद अनोखा है अमृतसर में लगने वाला यह मेला, दूर-दूर से लंगूर बनकर आते हैं लोग

अमृतसर। भारत एक ऐसा देश है, जहां पर इंसान के लिए धार्मिक आस्था सर्वोपरि है। यही कारण है कि भारत में लोग अपने हर काम की शुरुआत भगवान की पूजा और अल्लाह की इबादत के साथ ही शुरू करते हैं। यही नहीं मुसीबत में भी लोग भगवान को ही याद करते हैं। वहीं इन दिनों अमृतसर में एक खास तरह के लंगूर मेले का आयोजन किया जा रहा है, जहां लोग अपनी मनोकामना पूरा कराने के लिए लंगूर का भेष धारण करके आ रहे हैं।

इस अनोखे मेले में लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। यही नहीं लोगों ने इसके लिए खास लंगूर की वेशभूषा धारण की हुई है। इस मेले का आयोजन 10 दिनों तक किया जाएगा। जिसका समापन दशहरा के एक दिन बाद होता है। जब ये लंगूर अपनी विशेष पोशाक को बड़ा हनुमान मंदिर में सौंपते हैं। आपको बता दें कि यह दुनिया का इकलौता मंदिर है, जहां पर हनुमान जी की बैठी हुई मुद्रा है।

मान्यता के अनुसार यह मंदिर उस समय का है, जहां हनुमान जी ने लव-कुश की ओर से छोड़े गए शाही घोड़ों को प्राप्त किया था। वहीं मान्यता के अनुसार माता-पिता अपने बच्चों के लिए मंदिर में मनोकामना करते हैं और मनोकामना पूरी होने पर लंगूर बनने की प्रतिज्ञा करते हैं। यही कारण है कि इस मेले में बड़ी संख्या में लोग लंगूर बनकर आते हैं। यही नहीं इस दौरान लोग बैंड-बाजे के साथ हनुमान जी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।