हार के बाद बहुत से सवालों ने टीम इंडिया को घेरा। इस बीच उंगलियां कोच रवि शास्त्री पर भी उठी। यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि अगस्त में शास्त्री के तीन साल पूरे होने के बाद उन्हें आगे कोच रखा जाता हैं या उन्हें बीसीईसीई बाई बाई कहती हैं।
वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की विदाई के बाद से बीसीसीआई में बड़े बदलाव के कयास लगाए जा रहे हैं। इसे लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। क्रिकेट कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (सीओए) जल्द ही एक नई क्रिकेट सलाहकार समिति गठित कर सकती है, जो टीम इंडिया के नए कोच पर फैसला लेगी। देश को 1983 में पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव की अगुआई वाली इस समिति में अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी भी शामिल होंगे।
मंगलवार को सीओए ने इसे लेकर कपिल देव, गायकवाड़ और रंगास्वामी को सूचित कर दिया, जिसके बाद तीनों ने इस पर अपनी सहमति भी दे दी। इससे पहले सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति ने रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना था।पूर्व महिला क्रिकेटर शांता रंगास्वामी भारत के लिए 16 टेस्ट खेल चुकी हैं. वहीं, पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ दो बार टीम इंडिया के कोच रह चुके हैं।
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बीसीसीआई के जनरल मैनेजर, क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम ने कपिल, गायकवाड़ और रंगास्वामी से कोचिंग स्टाफ के लिए क्रिकेट सलाहकार समिति में शामिल होने का आग्रह किया था, जिसे उन्होंने मान लिया। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक बार जब 30 जुलाई तक कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदन आ जाएंगे तो फिर अगला कदम क्रिकेट सलाहकार समिति को इसके बारे में सूचित करने का होगा। हालांकि बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक क्रिकेट सलाहकार समिति या फिर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित सीओए सिर्फ मुख्य कोच का चयन कर सकता है। इसके अलावा बाकी सपोर्ट स्टाफ को बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी चुनेंगे