Breaking News

आवश्यक सूचना: प्रदेश जागरण के सभी निर्गत परिचय पत्र निरस्त किये जा चुके हैं | अगस्त 2022 के बाद के मिलने या दिखने वाले परिचय पत्र फर्जी माने जाएंगे |

यहां ताली बजाते ही खौलने लगता है नदी का पानी, कुछ ऐसा है बोकोरो सिटी का रहस्यमयी मंदिर

दुनिया में कई ऐसे मंदिर, कई ऐसे किले है जिनमे लाखो साल पुराने राज दफ़न है. लेकिन कोई उन तक नहीं पहुँच पाटा है. कई बार कोशिश भी की जाए तो लोग इसमें असफल होते हैं.

वैसे ही एक राज दफ़न है इस मंदिर में जिसके बारे में हम बताने जा रहे हैं. आपने अली बाबा चालीस चोरो की कहानी सुनी ही होगी, वैसे ही इस कहानी में चोरो की एक गुप्त गुफा रहती है जिसके बारे में आप सभी जानते ही होंगे जोकि खुल जा सिम सिम कहने पर खुल जाती थी. वैसे ही ये मंदिर भी है.

बोकोरो सिटी का रहस्यमयी मंदिर

हम बात कर रहे है झारखण्ड की, जहां पर बोकोरो सिटी से 27 किलोमीटर की दुरी पर एक काफी रहस्यमयी मंदिर स्थित है, जिसका रहस्य कोई नहीं जानता और ना ही इस रहस्य के बारे में वैज्ञानिक जान पाए है. असल में इस मंदिर में ताली बजाते है तो यहां का पानी अपने आप बहुत जल्दी गर्म हो जाता है, और भाप देने लगता है.

यह भी एक प्रकार का चमत्कार ही है, कि मंदिर के परिसर में बने पानी के कुंड में यदि पानी खत्म हो जाता है तो वह भी अपने आप भर जाता है. इतना ही नहीं इसके आलावा इस कुंड का पानी गर्मियों के मौसम में काफी ठंडा रहता है, और सर्दियों में यही पानी काफी गर्म हो जाता है.

बोकारो के 27 किलोमीटर दूर इस शिव मंदिर में स्थित इस कुंड में लोग बहुत दूर दूर से नहाने आते है. यह भी कहा जाता है की इस कुंड में नहाने से चर्म रोग ठीक हो जाता है. आज तक कोई नहीं जान पाया इस कुंड में पानी कहाँ से आता है.