हरिद्वार: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार दोपहर हरिद्वार में विसर्जित की गईं। उनकी दत्तक (गोद ली गई) पुत्री नमिता ने इन्हें गंगा में प्रवाहित किया। इस दौरान वाजेपीय जी की नातिन नम्रता, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित रहे।
दिल्ली से सेना के विमान के जरिये हरिद्वार लाई गई अस्थियां
इससे पहले रविवार सुबह अटल जी के परिवारवालों ने दिल्ली स्थित स्मृति स्थल पहुंचकर अस्थियों को एकत्रित किया। इसके बाद इन्हें भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से देहरादून, फिर हेलिकॉप्टर से हरिद्वार लाया गया। जहां हरिद्वार के भल्ला ग्राउंड से हरि की पौड़ी घाट तक दो किमी लंबी अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। यात्रा में शामिल होने के लिए 200 बसों में 15000 बीजेपी कार्यकर्ता देहरादून से हरिद्वार पहुंच गए थे।
देश की 100 नदियों में प्रवाहित की जाएंगी अटल जी की अस्थियां
बीजेपी के प्रवक्ता भूपेंद्र यादव ने बताया, “अटल जी की अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया जाएगा। इसके अलावा, 20 दिनों तक देश के प्रत्येक राज्य में प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाएंगी। दिल्ली में 20 अगस्त को इंदिरा गांधी स्टेडियम में शाम चार बजे प्रार्थना सभा रखी गई है। वहीं इसके बाद 23 अगस्त को यूपी की राजधानी लखनऊ में इसका आयोजन होगा।”
सभी राज्यों को दिए जाएंगे अटलजी के अस्थि कलश
आपको बता दें कि अटल जी कि अस्थियां देश की अलग-अलग राज्यों में प्रवाहित की जाएंगी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बाबत कहा, मध्यप्रदेश की नर्मदा, सोन, चंबल, केन, ताप्ती, बेतवा, पार्वती नदियों में अटल जी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी। इससे पहले योगी आदित्यनाथ भी अटलजी की अस्थियों को उत्तरप्रदेश की सभी नदियों में प्रवाहित करने का ऐलान कर चुके हैं।
16 अगस्त को दिल्ली के एम्स में वाजपेयी का हुआ था निधन
गौरतलब हो कि स्वतंत्र भारत के करिश्माई नेताओं में शामिल वाजपेयी का निधन वृहस्पतिवार, 16 अगस्त को 93 वर्ष की उम्र में हो गया था। नयी दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।