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शिक्षा के वादे से दूर हो रही है सरकार: प्रमोद गौरी

सिरसा।((सतीश बंसल ) हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति, सिरसा के तत्वावधान में आज गांधी नर्सिंग होम के बेसमेंट हॉल में शिक्षा नीति और उसके प्रभाव विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम कोरोना काल में बिछुड़ गए शिक्षकगण मास्टर गुरटेक सिंह, भारत भूषण, सुतंतर भारती और विनोद कक्कड़ को समर्पित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मास्टर चिरंजी लाल उपाध्यक्ष अध्यापक संघ ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सत्या, हरबंस कौर, उषा रानी और किरण बाला उपस्थित रहे। गोष्ठी में मुख्य वक्ता हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति की राज्य शाखा रोहतक से महासचिव प्रमोद गौरी ने विषय पर गहरी पड़ताल रखते हुए कहा कि देश में शिक्षा की नीति में बद्लाव दरअसल उदारीकरण के समय से शुरू हो गए थे, जब शिक्षा को सरकार के हाथ से धीरे-धीरे लेकर निजी हाथों में सौंपा जाने लगा था। निजी सेक्टर को फ्री हैंड दिया गया और सरकारी शिक्षा की गुणवत्ता को कमजोर किया गया।

स्कूल्स में अध्यापक नहीं दिए गए। उन सरकारों के इस काम को वर्तमान सरकार बेहद शिद्दत के साथ आगे बढ़ा रही है और शिक्षा को सबके लिए मयस्सर करने के अपने वादे से पीछे हटती नजर आ रही है। शिक्षा में गुणवत्ता जरूरी है, लेकिन गुणवत्ता सरकार सुनिश्चित करे न कि निजी सेक्टर। । गोष्ठी में बिछुड़ गए शिक्षकों पर अलग अलग वक्ताओं ने अपने संस्मरण सांझे किये। । कुशल मंच संचालन ज्ञान विज्ञान समिति के सचिव वीर सिंह ने किया। पुरुषोत्तम शास्त्री और जय राम ने मधुर गीत और कविताएं सुनाई। कार्यक्रम में मास्टर बूटा सिंह , प्रिंसिपल हरभगवान चावला , वीरेंदर भाटिया , कामरेड राजकुमार शेखुपुरिया ,प्रोफेसर रुप देवगुण, मास्टर सुनील यादव, विजय ढूकड़ा, जगरूप सिंह चौबुर्जा, सोहन सिंह रंधावा, सुरेश गिरधर, सरबजीत कौर, बलबीर कौर गांधी, दीपक सांवरिया, भूप सिंह पी टी आई, अनीश कुमार, सुरजीत सिरडी, डा. हररतन सिंह गांधी, शकुंतला जागलान, सुभाष चंद्र बकसन, कृष्ण कायत, भगवान दास, कुलवंत सिंह पी टी आई, सरिता बिश्नोई, संतोष कम्बोज, मंजूबाला, राजेंद्र बेनीवाल, पृथ्वी दुसाद, साहिल पूरी, डा. धर्म सिंह हिसार, बलदेव वर्मा सहित अन्य श्रोतागण मौजूद थे।