बॉलीवुड में मस्तानी के नाम से पहचानी जाने वाली दीपिका पादुकोण को दावोस की वार्षिक बैठक में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ओर से क्रिस्टल अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है और इस दौरान दीपिका ने अपने डिप्रेशन को लेकर भी बात की।
वहीं वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2020 पर दीपिका ने कहा कि, ”लोग उनसे पूछते थे कि वह कैसी हैं और वह इसका झूठा जवाब अच्छी हूं देती थी।”
उन्होंने डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर से बात की और कहा, ”मैं उन दिनों मानसिक बीमारी से जूझ रही थी। लेकिन किसी को इस बारे में बताना नहीं चाहती थी।”
डिप्रेशन और तनाव के बारे में बोली दीपिका
आगे दीपिका ने यह तक कहा कि, ”डिप्रेशन और तनाव के बारे में लोग खुलकर बात नहीं करते हैं लेकिन इसको भी दूसरी बीमारियों की तरह ही समझना चाहिए। इस दौरान दीपिका ने अपने साथ घटी एक घटना का भी जिक्र किया। जिसे सुनकर सभी हैरान रह गए।” उन्होंने बताया कि, ”एक दिन मैं अपने बेड से नीचे गिरीं थी और घर पर कोई नहीं था। उस वक्त मेरी काम वाली आई और मुझे डॉक्टर के पास ले गई।
Receiving the @wef Crystal Award, Australian filmmaker @Wallworthy, says that the Australian bushfires show the devastating reality of climate change.
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— World Economic Forum (@wef) January 20, 2020
उन्होंने कहा कि हर सुबह उठकर वह हंसने और खुश रहने की कोशिश करती लेकिन आखिरकार मैं उदास हो जाती थी। मेरी लव और हेट रिलेशनशिप ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है और मैं इससे पीड़ित हर किसी को बताना चाहती हूं कि आप अकेले नहीं हैं, जितना समय मुझे अवॉर्ड लेने में लगा है, उतनी ही देर में दुनिया में किसी एक शख्स ने डिप्रेशन की वजह से सुसाइड कर लिया होगा।”
आप सभी को बता दें कि दीपिका पादुकोण को ये सम्मान मेंटल हेल्थ सेक्टर में उनके सराहनीय काम के लिए दिया गया। वैसे तो आप जानते ही होंगे बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने दुनिया के सामने अपनी मानसिक बीमारी को माना है और इसी के साथ उन्होंने इसके खिलाफ एक अभियान भी चलाया है।