नई दिल्ली। भारतीय राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस के बढ़ते प्रभाव और लगातार कम होते अपने अस्तित्व से परेशान होकर सीपीएम ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल अब सीपीएम भाजपा और आरएसएस की विचारधारा को कम करने के लिए अपने कैडर तैयार करेगी। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने और आरएसएस तथा दक्षिणपंथी ताकतों से लड़ने के लिए अपने ट्रेनिंग स्कूलों का भी उद्घाटन कर दिया है।
इस स्कूल को हरकिशन सिंह सुरजीत भवन नाम दिया गया है। मार्क्सवादी नेता हरकिशन सिंह के नाम पर बने इस स्कूल को एक पार्टी ऑफिस की तरह ही चलाया जाएगा। इस मौके पर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि आरएसएस और भाजपा से टक्कर लेने और लेफ्ट की विचारधारा को फैलाने में यह स्कूल बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
सीपीएम का यह ट्रेनिंग स्कूल बाहर से देखने में किसी पार्टी दफ्तर की तरह ही दिखता है, जिसका एरिया 1840 वर्ग मीटर है। इसके अंदर एक विशाल सभागार है, साथ ही कॉन्फ्रेंस हाल के अलावा 200 लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है। पार्टी के एक अन्य नेता प्रकाश करात ने कहा है कि भवन का इस्तेमाल ट्रेनिंग स्कूल के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए होगा, जिनसे धर्मनिरपेक्ष विचारधारा का प्रचार और प्रसार होगा।