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उप्र : अवैध खनन मामलों में सीबीआई का लखनऊ समेत 12 स्थानों पर छापा

 

लखनऊ। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अवैध खनन घोटाले के संबंध में बुधवार को बुलंदशहर के बाद लखनऊ, फतेहपुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, नोएडा, गोरखपुर, देवरिया समेत 12 स्थानों पर छापेमारी की है। बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय सिंह के घर से 47 लाख रुपये और आजमगढ़ के सीडीओ देवी शरण उपाध्याय के घर से 10 लाख रुपये नगद बरामद हुए हैं। सीबीआई ने बुलंदशहर के डीएम और कौशल विकास निगम के एमडी विवेक कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

अवैध खनन के घोटाले को लेकर बुधवार को सुबह सीबीआई की टीम ने बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय सिंह के घर पर छापेमारी की और कई अहम दस्तावेज कब्जे में लिए। उन पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में फतेहपुर जिले का डीएम रहते हुए अवैध खनन करवाने का आरोप है। डीएम अभय सिंह प्रतापगढ़ के मूल निवासी हैं और करीब पांच माह पहले इनकी तैनाती बुलंदशहर में हुई थी। सीबीआई की टीम बुधवार सुबह बुलंदशहर के जिलाधिकारी अभय सिंह के आवास पर पहुंची और लगभग दो घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई ने अभय सिंह के अवास के साथ-साथ उनके दफ्तर पर भी छापा मारा है। छापे के दौरान अभय कुमार सिंह के घर से 47 लाख रुपये बरामद किये गए हैं।

इसके बाद सीबीआई की टीम ने आईएएस अधिकारी व कौशल विकास निगम के मौजूदा एमडी विवेक कुमार के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित आवास पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी की। टीम ने उनसे और उनकी पत्नी से पूछताछ की है। उनके घर से कुछ दस्तावेज को भी टीम ने कब्जे में लिया है। 2009 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक कुमार मार्च 2013 से जून 2013 तक देवरिया के जिलाधिकारी थे। उनके ऊपर देवरिया के डीएम रहते खनन पट्टों में गड़बड़ी का आरोप है। उसी समय देवरिया में बतौर एडीएम तैनात रहे देवी शरण उपाध्याय के घर पर भी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। उनके घर से 10 लाख रुपये नगद मिले हैं। देवी शरण उपाध्याय वर्तमान में सीडीओ आजमगढ़ हैं। सीबीआई ने आईएएस अधिकारी अभय कुमार सिंह और विवेक कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

मंगलवार को 11 जगह हुई थी छापेमारी

मंगलवार को भी सीबीआई की टीम ने उत्तर प्रदेश समेत 19 राज्यों में 119 जगह छापेमारी की थी। इनमें कुछ निजी फर्मों से जुड़े लोग भी शामिल हैं। एजेंसी ने 30 नए मामले भी दर्ज किए हैं। सीबीआई ने मंगलवार को मायावती के करीबी सेवानिवृत्त आईएएस अफसर नेतराम, सेवानिवृत्त आईएएस विनय प्रिय दुबे, पूर्व बसपा एमएलसी इकबाल समेत 14 ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले थे। इससे पहले खनन घोटालों से जुड़े हुए मामले पर ही आईएएस बी चंद्रकला के लखनऊ और दिल्ली स्थित ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी।

गौरतलब है कि वर्ष 2012 में अवैध खनन पट्टों को लेकर उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की गई थी। इस मामले में सुनवाई के दौरान न्यायालय ने 2013 में आदेश दिया कि अब कोई भी नया पट्टा नहीं दिया जाएगा और पुराने पट्टों का नवीनीकरण भी नहीं होगा। इस दौरान करीब 10 महीने अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे। न्यायालय के आदेश के बावजूद फतेहपुर जिले में खनन जारी रहा। इसके बाद जुलाई 2016 में इलाहाबाद हाईकोर्ट कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के फतेहपुर, सहारनपुर, कौशांबी, हमीरपुर, शामली, देवरिया और सिद्धार्थनगर जिलों में अवैध खनन मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। सीबीआई जांच के दौरान पता चला कि अवैध खनन से हुई काली कमाई में कई अधिकारियों के साथ सफेदपोश के लोग शामिल हैं। इस जांच के आधार पर अब सीबीआई की टीम लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है।