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bihar news: former bihar minister muneshwar choudhary and former congress mlc rajesh ram join jdu : बिहार के पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी, कांग्रेस के पूर्व एमएलसी राजेश राम जदयू में शामिल

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पटना
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) को मजबूत करने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में बिहार के पूर्व मंत्री और गरखा (सारण) से पांच बार के विधायक मुनेश्वर चौधरी और पूर्व एमएलसी राजेश राम शुक्रवार को जेडीयू में शामिल हो गए। पटना स्थित जेडीयू के राज्य कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने राज्य के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की मौजूदगी में जेडीयू की सदस्यता ली।


जेडीयू में शामिल होने के बाद मुनेश्वर चौधरी को कहा, “राजद पहले के वर्षों की तरह पार्टी नहीं रही, इसलिए मैंने कुछ महीने पहले लालू प्रसाद की पार्टी छोड़ने का फैसला किया।” उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से चलाई जा रही विकास और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों के लोगों को मिल रहा है।

‘बिहार में कोई दूसरा नेता नीतीश कुमार जैसा सुशासन नहीं दे सकता’
मुनेश्वर ने शुक्रवार को टीओआई को बताया कि “बिहार में कोई दूसरा नेता नीतीश कुमार जैसा सुशासन नहीं दे सकता है। नीतीश के जन-समर्थक कार्यों और उनके प्रशासनिक कौशल से बहुत प्रभावित होकर, मैंने आखिरकार उनकी पार्टी जद (यू) में शामिल होने का फैसला किया।”

कौन हैं मुनेश्वर चौधरी
मुनेश्वर पप्पू यादव के नेतृत्व वाली जन अधिकार पार्टी-लोकतांत्रिक (JAP-L) में थे। मुनेश्वर चौधरी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ सारण जिले से अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और 1977 में तत्कालीन जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में गरखा से अपना पहला विधानसभा चुनाव जीता था। फिर 2015 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में खान और भूविज्ञान मंत्री भी बने। वह तब अपनी पारंपरिक गरखा सीट से राजद के पांचवीं बार विधायक थे। लेकिन जब उन्हें लगा कि उन्हें 2020 के विधानसभा चुनावों में राजद नेतृत्व से पार्टी का टिकट नहीं दिया जाएगा तो अक्टूबर 2020 में पप्पू यादव वाली पार्टी ‘जाप’ को जॉइन कर लिया। उन्होंने जाप के टिकट पर 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन राजद के आधिकारिक उम्मीदवार से हार गए।

कांग्रेस से वापस जेडीयू में आए राजेश राम
जेडीयू में शामिल होने से पहले राजेश राम कांग्रेस में थे। पश्चिम चंपारण स्थानीय प्राधिकरण के दो बार के पूर्व एमएलसी राजेश राम 2015 में कांग्रेस में शामिल होने से पहले जेडीयू के साथ थे। उन्होंने 2015 में कांग्रेस के टिकट पर पश्चिम चंपारण स्थानीय प्राधिकरण सीट से एमएलसी का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। एमएलसी के रूप में उनका छह साल का कार्यकाल इस साल 16 जुलाई को समाप्त हो गया, राम अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए। सूत्रों ने कहा कि वह अगला एमएलसी चुनाव जेडीयू के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे।

राजेश राम ने 2009 में जेडीयू के टिकट पर जीता था एमएलसी चुनाव
बिहार के पूर्व मंत्री पूर्णमासी राम के छोटे भाई राजेश ने 2009 में पहली बार जेडीयू के टिकट पर एमएलसी का चुनाव जीता था। राजेश ने भी जेडीयू में शामिल होने के बाद विकास के नीतीश मॉडल की सराहना की।

बिहार के पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी और कांग्रेस के पूर्व एमएलसी राजेश राम जदयू में शामिल

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