शिमला। क्या आप जानते हैं कि आप जो फेसपैक अपने चेहरे पर लगाते हैं और जो शैंपू अपने बालों में लगाते हैं। उन्हें जल्द ही गोमूत्र का इस्तेमाल कर बनाया जाएगा। यह बात आपको सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन यह सच है। दरअसल हिमाचल प्रदेश सकरार जल्द ही इस दिशा में कदम बढाने वाली हैं। प्रदेश सरकार द्वारा गठित गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा अपनी नई जिम्मेदारी मिलने के बाद काम में जुट गए हैं।
उन्होंने नई जिम्मेदारी मिलने पर प्रदेश का दौरा किया और इस दौरान ज्वालामुखी पहुंचे शर्मा ने कहा है कि आयोग प्रदेश में प्रथम चरण में सात गौ अभ्यारण्य बनाएगा। जिसमें सिरमौर में कोटला में और सोलन के नालागढ़ में हांडा कुड़ी में निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और बाकी के लिए प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा है कि इसके साथ ही आयोग ने कई अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए भी कार्य शुरू कर दिया है।
शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि गोवंश के संरक्षण के साथ-साथ गौमूत्र और गोबर के इस्तेमाल से कई तरह के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। अशोक शर्मा ने बताया है कि गौमूत्र से 40 प्रकार के उत्पाद बनेंगे। जिनमें शैंपू और गोबर से खाद-जीवामृत, धूप, साबुन, फेसपैक आदि सभी उत्पाद तैयार किए जाएंगे। गाय के गोबर के इस्तेमाल से अगरबत्तियां भी बनाई जाएंगी। जो कि कुछ दिनों बाद बाजार में लोगों के इस्तेमाल के लिए भी मौजूद होंगी। उन्होंने कहा है कि गोशालाओं के लिए भी स्थानीय स्तर पर समितियां गठित की जाएंगी और उसका अध्यक्ष एसडीएम को बनाया जाएगा।