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मुख्यमंत्री योगी के बाद नेता प्रतिपक्ष भी कोरोना से बचाव में नहीं खेलेंगे होली

 

– संक्रमण के डर से होली मिलन समारोहों से बचने के आने लगे सुझाव
– मुख्यमंत्री योगी ने भी की सार्वजनिक समारोहों से दूर रहने की अपील

लखनऊ। कोरोना वायरस ने हिन्दुओं के प्रमुख पर्व होली को भी अपने गिरफ्त में ले लिया है। वायरस के संक्रमण के डर से लोग सोशल मीडिया के द्वारा होली मिलन समारोहों से बचने का सुझाव देने लगे हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे सार्वजनिक समारोहों में जाने से बचें। उन्होंने खुद भी ऐसे समारोहों में जाने से बचने का ऐलान किया है। इसके साथ ही सपा के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी भी होली खेलने से ही मना कर दिया है।

चीन की धरती से शुरू हुए कोरोना वायरस ने उत्तर प्रदेश के लोगों को इतना भयभीत कर दिया है कि इसका असर नौ और दस मार्च को पड़ रहे रंगों के पर्व होली पर भी पड़ता दिख रहा है। कुछ सामाजिक संगठन और चिकित्सक भी होली के पर्व पर चाइनीज रंगों से परहेज को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के मैसेज वायरल किये जा रहे हैं कि रंगों और अबीर गुलाल के जरिए कोरोना वायरस के फैलने का खतरा है।

इस बीच मंगलवार को जैसे ही यह खबर फैली कि कोरोना वायरस ने आगरा के रास्ते उत्तर प्रदेश में दस्तक दे दी है। इसके बाद राज्य सरकार अलर्ट मोड पर आ गयी। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में तत्काल एक राज्य स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने राजधानी में एक आपातकालीन बैठक बुलाकर कोरोना के रोकथाम और बचाव को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों व चिकित्सकों के साथ विस्तृत चर्चा भी की।

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के संबंध में विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखते हुए वे इस बार किसी होली मिलन कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। फिर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इसी तरह का ट्वीट किया और पार्टी के सभी प्रदेश अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर कोरोना वायरस को देखते हुए होली के मौके पर सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने से बचने की सलाह दी।

केंद्रीय नेतृत्व के इस सलाह के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ऐलान किया कि कोरोना वायरस के चलते वह भी होली मिलन समारोह से दूर रहेंगे। उन्होंने ट्वीट कर प्रदेशवासियों से अपील भी किया है कि कोरोना एक संक्रामक वायरस है। इसलिए लोग सामाजिक समारोहों में जाने से बचें। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘मैं भी होली मिलन जैसे पवित्र आयोजन से व्यापक जनहित में दूर रहूंगा। सुरक्षित रहें, स्वस्थ रहें।’’

दरअसल उत्तर प्रदेश समेत देश के करीब हर क्षेत्रों में कोरोना वायरस का दहशत जारी है। इससे बचाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, भाजपा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री द्वारा होली मिलन समारोहों से दूरी बनाये जाने की घोषणा राजधानी लखनऊ में आज चर्चा का प्रमुख केंद्र रहा। इसके बाद प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी जैसे कई मंत्रियों ने भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को होली मिलन समारोहों से दूर रहने की सलाह दी।

सियासी दलों में भाजपा, सपा और कांग्रेस के लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालयों में भी आज कोरोना वायरस ही चर्चा का केंद्र बिन्दु बना रहा। भाजपा कार्यालय पर मौजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं व नेताओं में जहां प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अपील पर सकारात्मक जवाब मिला वहीं विपक्षी दल के कार्यकर्ता सार्वजनिक समारोहों से दूरी बनाने की बात खुलकर तो नहीं कह रहे हैं, लेकिन वे भी संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने की बात मान रहे हैं।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि होली के समय वह स्वयं रंग और अबीर गुलाल से अपने को बचाएंगे। साथ ही सार्वजनिक समारोहों में जाने से परहेज करेंगे।