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हनुमान जयंती पर अत्यंत शुभ राजयोग

अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता अस बर दीं जानकी माता ||

 ज्योतिषीय गणना के अनुसार 120 वर्ष के बाद हनुमान जयंती ऐसे  दिन मनाई जाएगी जो दुर्लभ संयोग है इस बार हनुमान जयंती चैत्र  मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि तथा चित्रा  नक्षत्र एवं आज के  दिन ब्रहस्पति और चंद्रमा के एक साथ होने से गजकेशारी योग भी है  इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से समस्त कष्टो का निवारण  होता है | आज के दिन समस्त कष्टों एवं धन सम्बन्धी समस्यायों  तथा आकस्मिक संकट से मुक्ति पाने हेतु हनुमान जी को सिन्दूर  एवं चमेली के तेल का लेपन करे तथा उनके सन्मुख घी का दीपक  जलाये एवं हनुमान जी के मन्दिर में लाल रंग का ध्वज चड़ाये तथा  हनुमान जी के सन्मुख सुन्दरकाण्ड, हनुमान चालीसा अथवा हनुमान  जी के बीज मन्त्र (ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम: ) का  108  बार जप करना चाहिये इससे समस्त कस्तो का निवारण होता है

 

                                                      hanuman-new-1 

             हनुमान जन्मोत्सव चित्रा नक्षत्र राजयोग में मनाया जा रहा है। यह अत्यंत शुभ योग है। शुभ राजयोग और मंगलवार के दिन हनुमान जयंती होने के कारण इसे विशेष प्रभावकारी माना जा रहा है।  नक्षत्रों में चित्रा नक्षत्र मंगलकारी है।  

मंगलवार हनुमान जी का प्रिय दिवस है और इस दिन उनका जन्मोत्सव आने से दिन की शुभता और बढ़ गई है। इस शुभ योग के मायने शास्त्र में यह है कि हर पूजा का सामान्य से 11 गुना लाभ मिलेगा।  एक छोटा सा मंत्र भी असरकारी होगा और बड़े अनुष्ठान भी शुभता के साथ प्रतिफलित होंगे।
 बजरंगबली अमर और चिरंजीवी है। इनकी भक्ति करने से मनुष्य को शक्ति, बुद्धि और आरोग्य प्राप्त होता है। अपनी हर कामना पूरी करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव शुभ अवसर है।  इस दिन ग्रहों की स्थिति भी अनुकूल है और दिन पर किसी तरह की बाधा भी नहीं है। 

                                                                                                                                                 ज्योतिष एक्सपर्ट आचार्य हिमांशु
 

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