ये कुछ ऐसे कारण हैं जिनके बारे में इंसान सोचता भी नहीं है और कभी कभी जाने अनजाने में गलतियां कर बैठता है. ऐसे में श्राप कई जन्म तक इंसान का पीछा नहीं छोड़ते:
- अपने दायित्वों को न निभाना, जिसके कारण लोगों को तकलीफ हो
- बिना आवश्यकता के हरे वृक्ष कटवाना या हरे वृक्ष को खुद के स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करना
- गर्भपात करना या करवाना
- विशेष रूप से स्त्री गर्भ की हत्या करना या करवाना
- अपने पति, पत्नी या मित्र के साथ छल करना
- अपने गुरु की आज्ञा की अवहेलना करना
- गुरु का अपमान करना
श्राप से छुटकारा पाने के तरीके
- अगर दायित्व न निभाए हों तो आगे से अपने दायित्व ठीक तरह निभाइए
- अस्पताल में दवाइयां बांटिए और रोगियों की सेवा करें
- अगर हरे वृक्ष कटवाए हों तो लम्बी आयु तक रहने वाले ढेर सारे वृक्ष लगवाएं
- रोज पौधों में पानी डालें
- जल की बर्बादी करने से बचें
- हर रोज़ सुबह ‘ऊँ गंगाधराय नमः’ का जाप करें
- सूर्योदय के पहले उठकर ‘ऊँ नमो भगवते रुद्राय’ का जाप करें और सोमवार को अनाज न खाएं
गर्भपात किया या करवाया हो तो
- किसी भी ज्योतिर्लिंग के स्थान पर जाकर एक महीने निवास करें
- वहां हर सुबह शिव जी को जल और बेल पत्र चढ़ाएं
- ‘शिव अपराध क्षमा स्तोत्र’ का पाठ करें
- निर्धन लड़कियों के विवाह की जिम्मेदारी ले लें
गुरु का अपमान किया हो तो
- उनसे नियमित क्षमा याचना करें
- दूसरे लोगों को ज्ञान और मुक्ति का मार्ग दिखाएं
- रुद्राष्टक का पाठ करें