धर्म/अध्यात्म डेस्क|
रामनवमी पर्व को ही श्रीराम के जन्मोत्सव पर्व के रुप में मनाया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी मनाई जाती है। श्रीराम की जन्म तिथि का संयोग इस बार 13 और 14 अप्रैल को बन रहा है। पंचांग में भेद होने की वजह से राम नवमी का पर्व दो दिन मनाया जाएगा। एेसा माना जाता है कि रामनवमी से ही गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना शुरू की थी।
नवमी तिथि कब होगी शुरू और कब तक रहेगी
13 अप्रैल, शनिवार की सुबह लगभग 11:45 पर नवमी तिथि शुरू होगी, जो 14 अप्रैल, रविवार की सुबह लगभग 09:50 तक रहेगी। इसलिए राम नवमी की पूजा 13 और 14 अप्रैल को कर सकते हैं। इसके अलावा 14 अप्रैल को सुबह दशमी तिथि की शुरुआत 09:51 मिनट पर होगी और दिनभर दशमी तिथि रहेगी। इसलिए इस दिन जवारे विसर्जन भी कर सकते हैं।
रामनवमी के शुभ मुहूर्त
13 अप्रैल के शुभ मुहूर्त
सुबह 11:17 से दोपहर 01:38 तक
दोपहर 01:38 से 03:32 तक
दोपहर 03:32 से शाम 05:01 तक
- 14 अप्रैल के शुभ मुहूर्त
सुबह 07:40 से 08:40 तक
सुबह 08:40 से 09:50 तक