नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत ने 8 रन से जीत दर्ज कर सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल की। भारत से मिले 149 रनों के लक्ष्य के जवाब में इंग्लैंड की टीम 20 ओवरों में 140 रन ही बना सकी। टीम इंडिया के लिए ये जीत बेहद खास है, क्योंकि 2006 के बाद पहली बार उसने इंग्लैंड को इंग्लैंड में ही 20 मैच में मात दी है।
शेफाली-स्मृति की तेज शुरुआत, लेकिन बड़े स्कोर से चूके
इंग्लैंड के होव में हुए दूसरे टी20 मैच में भारतीय टीम टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी। युवा ओपनर शेफाली वर्मा ने टीम को जबरदस्त शुरुआत दिलाई। शेफाली और स्मृति मांधना ने पहले विकेट के लिए ही 70 रनों की ताबड़तोड़ साझेदारी की। इस दौरान शेफाली के आक्रामक अंदाज ने इंग्लैंड के होश उड़ा दिए।
खास तौर पर तेज गेंदबाज कैथरीन ब्रंट पर तो शेफाली टूट ही पड़ीं। ब्रंट के एक ओवर में शेफाली ने लगातार 5 चौके ठोक डाले। स्मृति मांधना (20) को आउट कर फ्रेया डेविस ने इस साझेदारी को तोड़ा। हालांकि तुरंत ही शेफाली भी आउट हो गईं। एक बार फिर शेफाली अर्धशतक के करीब आकर चूक गईं। शेफाली ने 38 गेंदों पर 48 रन की अपनी पारी में 8 चौके और 1 छक्का जमाया। उन्हें मैडी विलियर्स ने आउट किया।
अच्छी शुरुआत के बाद तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए आई कप्तान हरमनप्रीत कौर ने खराब फॉर्म को पीछे छोड़ने की कोशिश की और कुछ बेहतरीन शॉट लगाए। हरमन के आक्रामक खेल की मदद से भारत ने जल्दी से 100 रन पार किए। हालांकि, 25 गेंदों पर 31 रन बनाकर वह चलती बनीं। उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के लगाए। यहीं से भारतीय टीम राह भटक गई और बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही। 20 ओवरों में भारत ने 4 विकेट खोकर 148 रन बनाए।
भारतीय फील्डरों ने इंग्लैंड से छीना मैच
जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और अरुंधति रेड्डी ने दूसरे ओवर में ही डैनी वायट का विकेट हासिल कर पहला झटका दिया। भारत को दूसरी सफलता रन आउट पर मिली, जो मैच का सबसे बड़ा विकेट साबित हुआ। पिछले कुछ मैचों में भारत के लिए आफत साबित हुईं इंग्लिश ऑलराउंडर नैट सिवर को विकेटकीपर ऋचा घोष ने सीधा थ्रो विकेट पर मारकर पवेलियन भेज दिया। सिवर सिर्फ 1 रन बना सकीं। हालांकि, इसके बाद टैमी बोउमॉन्ट ने कप्तान हेदर नाइट के साथ अच्छी साझेदारी की।
दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 75 रनों की साझेदारी की और टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया। बोउमॉन्ट ने इस दौरान अर्धशतक पूरा किया। ऐसे में मैच भारत के हाथ से फिसलता दिख रहा था।
तभी 14वें ओवर में मैच पलट गया। दीप्ति शर्मा ने पहले बोउमॉन्ट को एलबीडब्ल्यू आउट किया। इंग्लिश बल्लेबाज ने 50 गेंदों में 59 रन बनाए। अगली ही गेंद पर हेदर नाइट भी रन आउट हो गईं। नाइट ने 30 रन बनाए। यहां से भारतीय स्पिनरों ने मैच पर शिकंजा कस लिया और इंग्लिश बल्लेबाजों को रनों के लिए परेशान कर दिया। नतीजा ये हुआ कि रन चुराने की कोशिश में खिलाड़ी रन आउट होते गए और पूरी टीम 20 ओवरों में 8 विकेट खोकर 140 रन ही बना सकी। भारत के लिए अनुभवी स्पिनर पूनम यादव ने 4 ओवरों में 17 रन देकर 2 विकेट झटके।
गौरतलब है कि सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम को डकवर्थ-लुइस नियम के कारण हार झेलनी पड़ी थी। उस मैच में टीम इंडिया के लिए इकलौता अच्छा पहलू टीम की फील्डिंग रही। ग्राउंड फील्डिंग से लेकर कैच लपकने तक, भारतीय खिलाड़ियों ने कोई गलती नहीं की। उसी प्रदर्शन को दूसरे टी20 में भी जारी रखा और इस बार हैरतअंगेज कैच के बजाए थोक के भाव रनआउट कर जीत हासिल की।