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भारतीय क्रिकेट में यशपाल शर्मा के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा : बीसीसीआई

मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। 66 वर्षीय यशपाल ने मंगलवार को नई दिल्ली में अंतिम सांस ली।

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “मुझे यशपाल शर्मा के निधन से गहरा दुख हुआ है। हमने अपना एक हीरो खो दिया है। वह एक मूल्यवान मध्य क्रम के बल्लेबाज, एक तेज क्षेत्ररक्षक और मैदान के बाहर एक मिलनसार व्यक्ति थे।

भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, “यशपाल शर्मा को भारत के 1983 विश्व कप जीतने के अभियान में उनकी बल्लेबाजी के लिए याद किया जाएगा। उस ऐतिहासिक जीत के प्रमुख वास्तुकारों में से एक होने के अलावा, उनका एक शानदार क्रिकेट करियर भी था और उन्हें भारतीय क्रिकेट के एक महान सेवक के रूप में याद किया जाएगा। बोर्ड परिवार के दर्द और दुख को साझा करता है और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता है।”

बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरुण सिंह धूमल ने कहा, “एक महान बल्लेबाज और एक टीम मैन, यशपाल शर्मा कभी भी चुनौतियों से पीछे नहीं हटे और उनकी यह गुणवत्ता आगामी क्रिकेटरों को प्रेरित करती रहेगी। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”

37 टेस्ट और 42 एकदिवसीय मैच में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2,489 रन बनाए। उनके नाम 2 शतक और 13 अर्धशतक भी थे। वह भारत की 1983 विश्व कप विजेता टीम के प्रमुख सदस्य थे। एक शानदार क्षेत्ररक्षक और एक दमदार दाएं हाथ के बल्लेबाज, शर्मा टूर्नामेंट में भारत के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, उन्होंने 240 रन बनाए, जिसमें दो अर्धशतक शामिल थे। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के शुरुआती मैच में 89 और सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 61 रनों की मैच जीताउ पारी खेली।

उन्होंने 160 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 8933 रन बनाए। लिस्ट ए क्रिकेट में उन्होंने 1859 रन बनाए। इसके अलावा उन्होंने 2004 से 2005 और बाद में 2008 से 2011 तक राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में भी काम किया।

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