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बारिश से कई राज्यों के हाल बेहाल, बाढ़ को लेकर राजनीति उथल-पुथल जारी, कांग्रेस विधायकों को भेजा बेंगलुरू

गांधीनगर। देश के कई राज्यों में बारिश से हालात बेहाल हैं। राजस्थान, गुजरात, असम में बाढ़ की स्थिति है तो हिमाचल प्रदेश, झारखंड और कुछ और राज्यों में जोरदार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। गुजरात में हालात बहुत ही खराब हैं। यहाॅं बाढ़ के कारण करीब 200 लोगों की जान जा चुकी है। बाढ़ को लेकर राहत के प्रबंध किए जा रहे हैं। बनासकांठा में तो हालात बेहद खराब हैं। पाटन जिले में बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थलों की ओर ले जाया गया है हालांकि बाढ़ को लेकर राजनीति भी कम नहीं हो रही है।

गौरतलब है कि यहाॅं पर आने वाले समय में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में राजनीतिक दल आरोप प्रत्यारोप में लगे हैं और कथित तौर पर बाढ़ राहत के नाम पर राजनीतिक लाभ लेने के प्रयास में हैं। ऐसा ही एक मामला पाटन जिले का सामने आया है यहाॅं पर बाढ़ प्रभावितों के लिए भेजे गए सामान पर भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह का उपयोग किया गया। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी करीब 5 दिन से बनासकांठा में मौजूद हैं।

वे बाढ़ राहत के हालात का जायजा ले रहे हैं। इसे लेकर हंगामा हो गया है दूसरी ओर राज्य की कुछ सीटों पर राज्यसभा सदस्य का चयन करने के लिए चुनाव होना है ऐसे में कांग्रेस व भाजपा अपना अपना जोर लगा रही है। कांग्रेस अपने नेता अहमद पटेल को यह चुनाव जीतवाने में लगी है जिसके चलते वह अपने विधायकों को किसी भी तरह की टूट से दूर रख रही है। अहमद पटेल ने भी बनासकांठा का दौरा किया और बाढ़ प्रभावितों से भेंट की। मिली जानकारी के अनुसार जो बनासकांठा बाढ़ से प्रभावित है वहां के 5 काॅंग्रेस विधायकों को बेंगलुरू के रिसाॅर्ट में रखा गया है।

दरअसल कांग्रेस नहीं चाहती कि उसके विधायक किसी तरह की राजनीतिक साजिश का शिकार हों और कांग्रेस में टूट हो ऐसे में करीब 44 विधायकों को गुजरात से अलग बेंगलुरू में रखा गया है। बताया जा रहा है कि ये विधायक बैंगलोर में अपने एक साथ विधायक के पुत्र का जन्मदिन मनाने में लगे थे। बेटे के जन्मदिन पर विधायक की ओर से केक कटवाया गया था। यह बात तक सामने आई है कि अहमद पटेल को राज्यसभा में जाने से रोकने हेतु विधायकों को 15 करोड़ रूपए में खरीदे जाने का प्रयास हुआ है।

मगर कांग्रेस पार्टी के नुकसान को बचाने के लिए 44 विधायकों को गुजरात से अलग रख रही है। गौरतलब है कि बनासकांठा का ये इलाका कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। पार्टी में फूट के बाद गुजरात कांग्रेस अपने 44 विधायकों को लेकर बेंगलूरु पहुंच गईण् इन 44 में से 15 विधायक उत्तर गुजरात के हैं। कांग्रेस विधायकों की दलबदली को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत कर चुकी है। मगर इस तरह की राजनीति से बनासकांठा के लोगों की स्थिति चिंताजनक है। सभी अपनी राजनीतिक रोटियाॅं सेंकने में लगे हैं। गौरतलब है कि बाढ़ के चलते बनासकांठा में करीब 61 लोगों की मौत हुई है।

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