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धाकड़ बल्लेबाज युवराज और सुरेश रैना की इस शर्त पर टीम इंडिया में हो सकती है वापसी

धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह और सुरेश रैना को श्रीलंका के खिलाफ 20 अगस्त से शुरू हो रही वन-डे सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि युवी बैंगलोर के एनसीए में ‘यो-यो’ टेस्ट में पास नहीं हुए और इसी वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा है।
 

हालांकि, टीम इंडिया की चयन समिति के सूत्र से पता चला है कि युवराज को यो-यो टेस्ट में फैल होने के कारण टीम से बाहर नहीं किया गया है। एक सूत्र ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘युवी को यो-यो टेस्ट में फैल होने की वजह से टीम से बाहर करने की रिपोर्ट्स पूरी तरह गलत है। उनको बाहर करने का यह कारण नहीं है। चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद भी कह चुके हैं कि युवराज सिंह को आराम दिया गया है और उनके लिए अभी दरवाजे बंद नहीं हुए हैं।’
 

जहां युवराज सिंह वेस्टइंडीज का दौरा करने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे, वहीं रैना ने वीडियो पोस्ट करके एम्स्टर्डम में अपनी तैयारियों से लोगों को अवगत कराया था। हाल ही में रैना ने धोनी के साथ बैंगलोर की राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में ट्रेनिंग की थी। इसके फोटो उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी किए थे।
 

पूर्व भारतीय टीम के ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन ने ध्यान दिलाया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सिर्फ यो-यो टेस्ट के परिणाम के आधार पर किसी क्रिकेटर को टीम से बाहर नहीं करता। उन्होंने कहा, ‘यो-यो टेस्ट किसी खिलाड़ी की एरोबिक फिटनेस को मापने का जरिया है। हालांकि, सिर्फ यही एक तरीका नहीं है जो खिलाड़ी की फिटनेस का फैसला करे। ऐसे कई टेस्ट हैं, जिससे खिलाड़ी की मजबूती, लचीलापन, गति, दम, फुर्ती और अन्य चीजों का आकलन किया जाता है। मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई सिर्फ खिलाड़ी को इसलिए बाहर करदे क्योंकि वो एक टेस्ट में फैल हुआ है।’
 

युवराज और रैना दोनों के साथ कम कर चुके रामजी ने कहा, ‘मैं हैरान हो गया जब सुना कि दोनों फिटनेस टेस्ट में फैल हो गए। मैंने दोनों के साथ 15 साल काम किया है। उनके काम करने का तरीका शानदार है। वो हमेशा अपना स्तर ऊपर रखते हैं। युवी ने कैंसर को मात देकर दमदार वापसी की।’ 2009-13 तक टीम के साथ काम कर चुके रामजी ने साथ ही कहा कि बल्लेबाज और गेंदबाजों के लिए कई टेस्ट आयोजित किए जाते हैं, जिसमें रिएक्शन टाइम, हैंड-आई संतुलन और अन्य शामिल होते हैं। युवराज अभी 35 वर्ष हैं जबकि रैना 30 साल के हैं। अगर दोनों अनफिट भी हो, फिर भी उनके पास वापसी करने का मौका है।
 

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