कप्तान विराट कोहली से विवादों के चलते अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद भारतीय टीम के नए कोच पर फैसले की घड़ी आ गई है। सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) सोमवार को टीम के नए कोच पर मुहर लगा देगी। कौन होगा अगला कोच? इस पर अंतिम निर्णय तो सीएसी को ही लेना है, लेकिन रविवार की शाम तक कोच के लिए चार विदेशी पूर्व क्रिकेटरों समेत 10 ने दावा जताया है।
इनमें सबसे मजबूत दावेदार विराट के चहेते और टीम इंडिया के पूर्व टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री माने जा रहे हैं। खास बात यह है कि बीसीसीआई ने फैसला लिया है कि 2019 के वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए सीएसी को सलाह दी जाएगी कि जिसे भी अगला कोच अनुबंधित किया जाए उसका कार्यकाल कम से कम दो साल का होना चाहिए। कुंबले के इस्तीफे के बाद समय सीमा बढ़ाए जाने के उपरांत कोच के लिए शास्त्री, दक्षिण अफ्रीकी आलराउंडर लांस क्लूसनर, वेस्टइंडीज के पूर्व कोच फिल सिमंस, ओमान टीम के कोच राकेश शर्मा और क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं रखने वाले इंजीनियर उपेंद्रनाथ ब्रह्मचारी ने आवेदन किया है।
बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने अमर उजाला से साफ किया कि सीएसी को कहा जा रहा है कि कोच का अनुबंध कम से कम दो साल के लिए किया जाए। इससे इंग्लैंड में 2019 में होने वाले वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर कोई दिक्कत नहीं आएगी। आवेदकों के इंटरव्यू पर उन्होंने कहा कि यह फैसला सीएसी को करना है कि उन्हें दावेदारों का इंटरव्यू लेना है या नहीं। बोर्ड ने उन्हें इस संबंध में कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं। उल्लेखनीय है कि विराट समेत कुछ क्रिकेटरों की आपत्ति केबाद बीते वर्ष कुंबले का अनुबंध तीन की बजाय एक साल का किया गया था।