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13 नम्बर अशुभ है या मन का अंधविश्वास, यहां जानिए पूरा सच…

कहते है जहा सच है वहा झूठ भी है और जहां भगवान है वहा शैतान भी है। दुनिया में अंधविस्वास के चलते कई लोग 13 नंबर को अशूभ मानते है। ऐसा इसलिए मानते है की इस दिन कोई शुभ कार्य नही करना चाहिए क्यों की वह कार्य हमेशा पूरा नही होता है।

13 नंबर एक ऐसा आकड़ा है जिसे दुनिया की कई सभ्यताओं में अपशकुन का संकेत माना जाता है।ऐसा इसलिए होता हैं क्योंकि कहा जाता हैं कि इस तारीख पर कई दुर्घटनाएं और बुरी बातें हुई है। आईए जानते क्या है वो बातें जिसकी वजह से लोग 13 नबंर को मानते है अनलकी …

ये हैं कुछ अंधविश्वास 

13 तारीख को पड़ने वाले शुक्रवार को कभी-कभी शुभ तिथी नहीं माना जाता है। बच्चे 13 साल की उम्र में टीनेजर बनते है और ये जीवन की सबसे संवेदनशील अवस्था मानी जा सकती है। ये उनकी उम्र का सबसे नाजुक दौर माना जा सकता है।

पश्चिम में कई होटल्स में 13 वे नंबर का रुम नहीं होता है। कहा जाता है जब जीजस ने अपने अनुयायियों के साथ भोजन किया था तब उनको मिलाकर कुल 13 अनुयायी थे। इसके बाद उनको सूली पर चढ़ा दिया गया था।

ब्रिटेन के एक मशहूर होटल में तो अगर 13 लोगो के खाने का आर्डर मिलता है तब भी 14 वीं चेयर सजाई जाती है और उस पर केस्पर नाम की बिल्ली की मूर्ती रखी जाती है। यानि 13 चेयर का रखा जाना शुभ नहीं माना जाता हैं महाशिवरात्री भी माघ महीने के 13 वें दिन मनाई जाती है।

13 नंबर के शुभ होने के भी बहुत सारे सबूत मिले है

हिंदू मान्यता के अनुसार 13 वां त्रयोदशी का माना जाता है। महाशिवरात्री भी माघ महीने के 13 वें दिन मनाई जाती है कहा जाता है कि ये दिन शिवजी का माना जाता है जो कि बहुत ही शुभ होता है। महाशिवरात्री भी माघ महीने के 13 वें दिन मनाई जाती है।

13 नंबर के अशुभ होने को लेकर कई लोगो का कहना है कि ये सिर्फ अंधविश्वास है क्योंकि इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।