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राशि से जानें कौन सा हो सकता है रोग, ऐसे बचें

प्रत्येक मनुष्य की यही कामना होती है कि वो और उसका परिवार हमेशा खुश और स्वास्थय रहे। उसके घर में कभी कोई बीमार ना हो। एक बार बीमारी लगने से ना सिर्फ मानसिक परेशानी होती है बल्कि आर्थिक स्थिती खराब हो जाती है। आप ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से हर बिमारी का हल निकाल सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र में राशि के अनुसार, आप अपने रोग और उसके निवारण के बारे में जान सकते हैं। प्रत्येक राशि से जुड़े ग्रह, नक्षत्र और उनकी स्थिति व्यक्ति के स्वास्थ्य पर शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है। आइए जानते हैं राशि के अनुसार, कौन सा रोग होने की आशंका रहती है…

मेष (Aries)
मेष राशि शरीर के सबसे ऊपरी भाग का प्रतिनिधित्व करता है। इस राशि के लोगों को मस्तिष्क, चेहरे, सेरेबलन, अनिद्रा का शिकार होने की आशंका लगी रहती है। यह हमेशा ऊर्जावान होते हैं, इनकी दिनचर्या व्यस्त और उत्तेजनापूर्ण होती है। जिसके लिए उन्हें अधिक शारीरिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इन्हें पालक, गाजर, लौकी, ककड़ी, मूली, फल, दूध, दही, पनीर आदि चीजें खानी चाहिए।

वृषभ (Taurus)
वृषभ राशि के व्यक्ति खाने के बहुत शौकीन होते हैं। वृषभ राशि का स्थान आंख, नाक, श्वास नली के भाग में माना गया है। इस राशि के लोगों का गला काफी संवेदनशील होता है। इन्हें गले की हड्डियों, कान, थायरॉइड ग्लैंड आदि जैसे रोग और समस्या होने की आशंका रहती है। इन्हें मिठाई, चिकनाई वाले पदार्थ कम खाने चाहिए। इन्हें सलाद, सब्जी, फल, नीबूपानी अधिका मात्रा में लेना चाहिए।

मिथुन (Gemini)
इस राशि के व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी गंभीर रहते हैं। इनको त्वचा संबंधी, श्वास नली, फेफड़े, नर्वस सिस्टम, पसलियों से जुड़ी समस्या होने की आशंका अधिक होती है। इस राशि के व्यक्ति को विटामिन बी, दूध, दही, फल, हरी सब्जियां अधिक खानी चाहिए। हर रोज त्रिफला का चूर्ण खाएं।

कर्क (Cancer) cancer sign
कर्क राशि के व्यक्ति पर मौसम और बाहरी संक्रमण का प्रभाव शीघ्र पड़ता है। इनकी छाती और पाचन प्रणाली बहुत निर्बल होती है। इस राशि के लोगों को वक्ष, सीना, हृदय, कैंसर, चेचक, पेट व पाचन-तंत्र से जुड़े रोग होने की आशंका रहती है। ये हर रोज काली मिर्च, सोंठ, दालचीनी से र्निमित चूर्ण को रात्रि के भोजन के उपरांत ग्रहण करें। आपके लिए मांस-मदिरा बहुत हानिकारक है। आपको दूध, दही, फल, हरी सब्जी, नीबू और मेवे खाना चाहिए। हर रोज सोने से पहले और जागने के बाद गुनगुना पानी पीना चाहिए।

सिंह (Leo)
इस राशि के व्यक्ति कम ही बीमार पड़ते हैं। इन्हें होने वाले रोग तीव्र होते हैं लेकिन थोड़े समय में ठीक भी हो जाते हैं। इस राशि का व्यक्ति काफी ऊर्जावान होता है, यह दूसरों से अधिक मेहनत करते हैं। इस राशि के लोगों को लीवर, डायबीटीज, दिल से जुड़े रोग, रक्त से संबंधित रोग होने की आशंका रहती है। अधिक चिकनाई वाली चीजें इनके हृदय के लिए सही नहीं है। इन्हें शाकहारी भोजन, फल, मेवे आदि चीजें खानी चाहिए।

कन्या (Virgo)
इस लग्न में जन्मे जातक स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूक होते हैं लेकिन इनकी पाचन प्रणाली बहुत निर्बल होती है। इन्हें बाहर का खाना बिल्कुल पसंद नहीं है। यह चिकनाई वाले खाने से दूर रहते हैं। इन्हें पेट से जुड़े रोग जैसे अपेन्डिक्स, कब्ज जैसी समस्या हो सकती है। यदि ये लोग अपने खाने में दूध, दही, क्रीम जैसे डेरी प्रोडक्ट्स को शामिल करें तो अच्छा होगा। मांस-मदिरा से इन्हें दूर रहना चाहिए।

तुला (Libra)
तुला राशि के व्यक्ति देखने में काफी सही लगते हैं लेकिन इन्हें किडनी, यूट्रस, गुर्दे, गर्भाशय, अग्न्याशय, पीठ का नीचला भाग, मूत्र प्रणाली आदि निर्बल होते हैं। इन्हें मिठाई और चिकनाई से काफी दूर रहना चाहिए। इन्हें भोजन में फल, दूध और हरी सब्जियों को प्राथमिकता देनी चाहिए। मदिरा का सेवन इनके गुर्दों पर बुरा प्रभाव डालते हैं। तुला राशि वाले जातकों को पीठ दर्द, कमर दर्द और हड्डियों से जुड़े रोग भी अधिक पाए जाते हैं।

वृश्चिक (Scorpio) scorpio sign
वृश्चिक राशि के जातक का शरीर तो मजबूत लेकिन इनके पाचन प्रकिया बहुत निर्बल होती है। इन्हें पेट जुड़ी समस्याएं बहुत होती हैं। मोटापा बढ़ने वाली वस्तुएं और नशे का सामान इनके लिए जहर समान है। इन्हें हल्का भोजन जैसे दूध, फल, हरी सब्जी और रक्त बढ़ाने वाली वस्तु जैसे अंजीर, अनार, प्याज, लहसून आदि का सेवन करना चाहिए। इन जातकों को ड्रग्स वगैराह की आदत पड़ने की संभावना रहती है।

धनु (Sagittarius)
धनु राशि में जन्मे लोग अपनी सेहत को लेकर काफी जागरूक रहते हैं। इस राशि के लोगों को नितंब, जांघों, नर्वस सिस्टम, त्वचा व लिवर के रोग होने की आशंका रहती है। इन्हें शराब के सेवन से बचना चाहिए व दूध और दूसरी प्रोटीन युक्त चीजें अधिक चाहिए। इन्हें अधिक समय तक एक जगह पर बैठने से बचना चाहिए। रात को खाना जल्द खाकर सोने से पहले इनको घूम लेना लाभदायक रहेगा।

मकर (Capricorn)
इस राशि के व्यक्ति अपने परिवार के लिए जीते हैं और उन्हें हर खुशी देने के लिए अधिक मेहनत करते हैं। इनमें जोड़, घुटने, बाल व नाखून से संबंधित रोग होने की आशंका रहती है। सादा खाना इन्हें ज्यादा पसंद होता है। खाते समय कोई और काम करना इन्हें पसंद नहीं होता। प्रसन्नता का वातावरण तथा हल्का व्यायाम इनके लिए काफी अच्छा रहेगा।

कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि के व्यक्ति काफी बुद्धिमान होते हैं। इनको पैर, एडियों और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़े रोगों के साथ-साथ कैंसर, नर्वस सिस्टम से जुड़े रोग और पांव का फ्रैक्चर होने आदि की आशंका रहती है। इनको दूध, दही, पनीर, सलाद, गाजर व फल अधिक खाने चाहिए। सुबह खुली हवा में टहलना और चिंतामुक्त दिनचर्या इनके लिए औषधि समान है।

मीन (Pisces)
इस राशि के व्यक्ति को कम रोग होते हैं, हालांकि इन लोगों का शरीर काफी निर्बल होता है। इनको पैरों की उंगलियों से जुड़े रोग तथा गठिया, जोड़ों का दर्द, ट्यूमर आदि रोग होने की आशंका रहती है। मौसम के प्रभाव से इनको बचना चाहिए, इन्हें भोजन के प्रति काफी सजग रहना चाहिए। इनके खट्टे, मीठे व चिकनाई वाला खाना खाने से बचना चाहिए। नशे वाले पदार्थ लेना इनके लिए जहर समान है। इनको दूध, सलाद, फल, हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए