लखनऊ:
- प्रत्येक वर्ष की भांति सूर्य के वृश्चिक राशि से धनु राशि में दिनांक 16 दिसम्बर -2017 को दोपहर 12.04 पर प्रवेश करते ही “खरमांस ” प्रारम्भ होगा। जिस कारण शादी -विवाह,गृह- प्रवेश, नया व्यापार, मुंडन संस्कार जनेऊ संस्कार इत्यादि नही होंगे किन्तु धार्मिक कार्य,अनुष्ठान यथावत चलते रहेंगे।
- जब सूर्य बृहस्पति की राशि धनु या मीन में प्रवेश करता है तो खरमास प्रारंभ हो जाता है। यह 16 दिसंबर को 12.04 मिनट पर सूर्यदेव के धनु राशि में प्रवेश करते ही खरमास प्रारंभ हो जाएगा । 14 जनवरी -2018 तक सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने तक यह खरमांस जारी रहेगा।
- धनु राशि मे पूर्व से ही शनि का गोचर हो रहा है तथा दिनांक 16 दिसम्बर-2018 को दोपहर 12.04 पर सूर्य के भी धनु राशि मे पहुचने से सूर्य-शनि की युति प्रारम्भ हो रही है। इस युति पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि भी नही पड़ रही है ।
- सूर्य-शनि की युति से भारत का राजनीतिक समीकरण, अर्थव्यवस्ता, विदेश नीति, महंगाई, पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।किसी प्रकरण पर न्याय पालिका का शख्त रुख हो सकता है। विदेशों में युद्ध के भी आसार हैं। प्राकृतिक आपदा के भी आसार हैं। पहाड़ी इलाको में भयंकर हिमपात, मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि, भारीबारिश , बर्फीली हवाएं चल सकती हैं। जानमाल का नुकसान हो सकता है। किसी मशहूर शख्स का अंत भी होने के संकेत मिल रहे हैं।
- अग्रिम एक माह की संक्रांति में दान-पुण्य,पूजा-पाठ पित्र की पूजा अवश्य करनी चाहिए। दान-पुण्य पूजा-पाठ से पितृलोक में पितर भी प्रसन्न होकर शुभाशीष प्रदान करते हैं बिगड़े कार्य बनाते हैं। इसके साथ ही साथ सूर्य भी प्रसन्न होकर निरोगता प्रदान करते हैं|
सभी जानकारी ज्योतिष एक्सपर्ट आचार्य राजेश,लखनऊ से प्राप्त