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अर्जुन अवार्डी बॉक्सर मंदीप ने देश में खेलों की तैयारियों को लेकर जताई चिंता, चाइना की तरह हो एडवांस

अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित बॉक्सिंग खिलाड़ी मंदीप जांगड़ा ने चिंता जाहिर की है कि हमारे देश में खेलों को लेकर विशेष तैयारी नहीं करवाई जाती है। इस कारण यहां के होनहार खिलाड़ी पदक नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। उन्होंने पड़ौसी देश चाइना से खेल तकनीक में एडवांसमेंट की बात कही।

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एशियन चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम में रजत पदक विजेता और अर्जुन अवार्डी बॉक्सिंग खिलाड़ी मंदीप जांगड़ा ने कहा कि कि दो साल की तैयारी में ओलंपिक मैडल नहीं आते। देश में तभी अधिक मैडल आएंगे, जब भारत सरकार खेलों की तैयारियों को लेकर एडवांस प्लान करेगी। मंदीप ने कहा कि चाइना ने अभी से ही एडवांस प्लान कर ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रखा है। वहां खिलाड़ी अभी से ही अगले कॉमनवेल्थ और ओलंपिक गेम की तैयारी में जुटे हैं, जबकि हमारे देश में तैयारी किसी प्रतियोगिता के दो साल रहने पर शुरू की जाती है।

बॉक्सिंग को अपना कॅरियर बनाने के सवाल पर मंदीप ने कहा कि उनका परिवार हरियाणा के एक छोटे से गांव खारियां में रहता था। वहां खेल से उनका कोई संबंध नहीं था, लेकिन पड़ौस के बच्चे बॉक्सिंग खेलने जाते थे। उन्हें देख सोचा कि वे इन बच्चों से पढ़ाई में तो आगे हैं, लेकिन खेल में पीछे ना रह जाएं। यही सोचकर खेलना शुरू किया और फिर कभी बॉक्सिंग खेलने से डर नहीं लगा, डर तो इस बात का था कि कहीं पीछे ना रह जाएं और सपने टूट ना जाएं। मंदीप ने बताया कि खेल से उन्हें आर्मी की नौकरी भी मिल गई, लेकिन यह रास नहीं आई। उन्हें लगा कि बॉक्सिंग उनका कॅरियर है, लेकिन डर था कि कहीं सफल न हो पाए तो नौकरी भी हाथ से जाएगी और कॅरियर भी समाप्त हो जाएगा। इसलिए बॉक्सिंग में खूब मेहनत की।

खेलों में राजस्थान के हरियाणा से पिछडऩे के सवाल पर मंदीप ने कहा कि राजस्थान में कम्प्टीशन कम है। राजस्थान में 30 से 40 प्रतिशत लोग बॉक्सिंग खेलते हैं, वहीं हरियाणा में 80 प्रतिशत, इसलिए वहां ज्यादा कम्पटीशन है। इसलिए ज्यादा लोग आएंगे तो कम्प्टीशन बढ़ेगा और जीतने का जज्बा बढ़ेगा।

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