जे. जयललिता के निधन के एक दिन बाद चेन्नई के मरीना बीच का नजारा बदला-बदला है। बुधवार को यहां हजारों की संख्या में लोग उमड़े और अपनी नेता को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान बड़ी संख्या में पुरुषों और महिलाओं ने बिखलते हुए अपने सिर मुंडवाए।
मालूम हो, मंगलवार को ही तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और देश की सबसे ताकतवर महिला राजनेताओं में शुमार जयराम जयललिता के पार्थिव शरीर को उनके राजनीतिक गुरू एमजी रामचंद्रन की समाधि के पास पूरे राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया था।
जन्म से ब्राह्मण और माथे पर आयंगर नमम (एक प्रकार का तिलक) लगाने वाली जयललिता को दफनाया गया। आयंगर ब्राह्माणों में दाह संस्कार की प्रथा के बावजूद तमिलनाडु सरकार और शशिकला नटराजन ने दफनाने का फैसला लिया। लोग इसे द्रविड़ आंदोलन से जोड़ रहे हैं।
पेरियार, अन्नाादुरई और एमजी रामचंद्रन जैसे द्रविड़ आंदोलन के बड़े नेताओं को भी दफनाया गया था। हालांकि जयललिता आस्तिक थीं। दफनाने की बड़ी वजह बड़े नेताओं की समाधि बनाने का चलन भी है।